KGMU: लेक्चरर का पद समाप्त, अब सीधे असिस्टेंट प्रोफेसर से होगी चिकित्सा शिक्षकों की भर्ती

लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में अब सीधे असिस्टेंट प्रोफेसर के पद से भर्ती होगी। अभी लेक्चरर के पद पर भर्ती होती थी और तीन साल बाद शिक्षक असिस्टेंट प्रोफेसर बन पाते थे।
अब लेक्चरर का पद खत्म कर दिया गया है, मगर इसके साथ ही एडिशनल प्रोफेसर का नया पद सृजित कर दिया गया है। केजीएमयू, उत्तर प्रदेश (संशोधन) विधेयक 2018 को राजभवन की मंजूरी मिलने के बाद भर्ती पर अब नए नियम लागू होंगे। हालांकि एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के बीच एक नया पद एडिशनल प्रोफेसर का सृजित कर शिक्षकों को झटका भी दिया गया है।
केजीएमयू में अभी तक लेक्चरर पद पर भर्ती शिक्षक तीन साल बाद असिस्टेंट प्रोफेसर, इसके चार साल बाद एसोसिएट प्रोफेसर और फिर चार साल बाद प्रोफेसर बन पाता था। अब लेक्चरर का पद खत्म हो गया है। ऐसे में शिक्षक असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर तीन साल में, एसोसिएट से एडिशनल प्रोफेसर चार साल में और  चार साल में एडिशनल प्रोफेसर से प्रोफेसर बन पाएगा।

एम्स व पीजीआइ की तर्ज पर केजीएमयू के एक्ट में यह बदलाव कर दिया गया है। 2005 से केजीएमयू में प्रतिकुलपति का पद समाप्त कर दिया गया था। अब करीब 14 साल बाद फिर से यह पद बहाल कर दिया गया है। ऐसे में जल्द ही किसी सीनियर प्रोफेसर को प्रतिकुलपति बनाया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर डीन पैरामेडिकल व डीन नर्सिंग के पदों को भी हरी झंडी दे दी गई है।