लखीमपुर : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री एवं
प्रवक्ता डॉ. महेंद्र नाथ राय ने जिले के पदाधिकारियों के साथ शुक्रवार को
मूल्यांकन केंद्रों का दौरा किया। राजकीय इंटर कॉलेज तथा राजकीय कन्या इंटर
कॉलेज के मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं जांच रहे परीक्षकों से
मिले।
शिक्षकों से विभिन्न बिदुओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने शिक्षक साथियों की मांगों के संबंध में चल रहे आंदोलन के बारे में भी बताया। उन्होंने संगठन के निर्णय के प्रत्येक आंदोलन के चरण को सफल बनाते हुए, आगरा सम्मेलन के संकल्प (मांगे न माने जाने पर मूल्यांकन बंद आंदोलन किया जाएगा) पर भी धन्यवाद दिया। संगठन की राज्य परिषद की बैठक प्रदेश के जिन पदाधिकारियों एवं सदस्यों को शामिल होना है वे 24 मार्च रविवार को कालीचरण इंटर कॉलेज, चौक लखनऊ में 11:30 बजे सम्मेलन में पहुंचे। महेंद्र नाथ ने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज तथा राजकीय इंटर कॉलेज से अपना भ्रमण शुरू किया। शुक्रवार को दोनों केंद्रों को देखने के साथ-साथ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों के बीच उन्होंने कहा कि वित्तविहिन विद्यालय शिक्षक जिन्हें अंशकालिक शिक्षक कहा जाता था, उन्हें शिक्षक मानते हुए सेवा नियमावली निर्माण की प्रक्रिया में है। प्रदेश महामंत्री महेंद्र नाथ राय ने बताया कि यह भी सैद्धांतिक सहमति बनी है कि कार्यरत शिक्षकों को कुशल श्रमिक के बराबर पारिश्रमिक दिया जाएगा। जो किसी भी दशा में 15 हजार रुपये से कम नहीं होगा और इसका भुगतान, वित्तविहिन शिक्षक के बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से किया जाएगा। तदर्थ शिक्षकों को विनियमित किया जाएगा। इस दौरान प्रदेश महामंत्री के साथ शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश यादव, जिला मंत्री मानवेंद्र सिंह, सच्चिदानंद त्रिपाठी, डॉ. अनिल कुमार समेत काफी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।
शिक्षकों से विभिन्न बिदुओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने शिक्षक साथियों की मांगों के संबंध में चल रहे आंदोलन के बारे में भी बताया। उन्होंने संगठन के निर्णय के प्रत्येक आंदोलन के चरण को सफल बनाते हुए, आगरा सम्मेलन के संकल्प (मांगे न माने जाने पर मूल्यांकन बंद आंदोलन किया जाएगा) पर भी धन्यवाद दिया। संगठन की राज्य परिषद की बैठक प्रदेश के जिन पदाधिकारियों एवं सदस्यों को शामिल होना है वे 24 मार्च रविवार को कालीचरण इंटर कॉलेज, चौक लखनऊ में 11:30 बजे सम्मेलन में पहुंचे। महेंद्र नाथ ने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज तथा राजकीय इंटर कॉलेज से अपना भ्रमण शुरू किया। शुक्रवार को दोनों केंद्रों को देखने के साथ-साथ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों के बीच उन्होंने कहा कि वित्तविहिन विद्यालय शिक्षक जिन्हें अंशकालिक शिक्षक कहा जाता था, उन्हें शिक्षक मानते हुए सेवा नियमावली निर्माण की प्रक्रिया में है। प्रदेश महामंत्री महेंद्र नाथ राय ने बताया कि यह भी सैद्धांतिक सहमति बनी है कि कार्यरत शिक्षकों को कुशल श्रमिक के बराबर पारिश्रमिक दिया जाएगा। जो किसी भी दशा में 15 हजार रुपये से कम नहीं होगा और इसका भुगतान, वित्तविहिन शिक्षक के बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से किया जाएगा। तदर्थ शिक्षकों को विनियमित किया जाएगा। इस दौरान प्रदेश महामंत्री के साथ शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश यादव, जिला मंत्री मानवेंद्र सिंह, सच्चिदानंद त्रिपाठी, डॉ. अनिल कुमार समेत काफी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।