माध्यमिक शिक्षा विभाग में सभी स्तर और विषयों में पदोन्नतियां हो रही हैं।
वहीं दूसरी ओर पुस्तकालयाध्यक्ष को प्रमोशन का लाभ नहीं मिल रहा है।
फर्स्ट ग्रेड के 90 फीसदी पद खाली होने पर भी इन लाइब्रेरियन की पदोन्नतियां पिछले 12 साल से अटकी पड़ी है। विभाग में फर्स्ट ग्रेड लाइब्रेरियन के 41 पद स्वीकृत है। जिसमें वर्तमान में 37 पद रिक्त है। पुस्तकालयाध्यक्ष की ओर से उच्च अधिकारियों को स्थिति से अवगत करवाने के बाद शिक्षा निदेशालय ने इन शिक्षकों को पदोन्नति के लिए नियम संशोधन के प्रस्ताव तीन साल पहले राज्य सरकार को भेजे थे। इन प्रस्तावों को राज्य सरकार की मंजूरी नहीं मिलने के कारण पुस्तकालयाध्यक्ष को फर्स्ट ग्रेड में प्रमोशन का लाभ नहीं मिल पाया है। उधर, पदोन्नति नहीं मिलने से पुस्तकालयाध्यक्षोंं में नाराजगी है। राजस्थान पुस्तकालय सेवा परिषद के पदाधिकारियों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल को ज्ञापन देकर शीघ्र पदोन्नति की मांग की। वहीं 20 अक्टूबर, 1982 में दो दिवसीय पुस्तकालयाध्यक्षो की दो दिवसीय कार्यशाला के आदेश के नवीनीकरण की मांग रखी। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेशाध्यक्ष गोपीलाल औदित्य, प्रदेश मंत्री वीरेंद्र सिंह पंवार, रेखलाल पंवार आदि शामिल हुए।
फर्स्ट ग्रेड के 90 फीसदी पद खाली होने पर भी इन लाइब्रेरियन की पदोन्नतियां पिछले 12 साल से अटकी पड़ी है। विभाग में फर्स्ट ग्रेड लाइब्रेरियन के 41 पद स्वीकृत है। जिसमें वर्तमान में 37 पद रिक्त है। पुस्तकालयाध्यक्ष की ओर से उच्च अधिकारियों को स्थिति से अवगत करवाने के बाद शिक्षा निदेशालय ने इन शिक्षकों को पदोन्नति के लिए नियम संशोधन के प्रस्ताव तीन साल पहले राज्य सरकार को भेजे थे। इन प्रस्तावों को राज्य सरकार की मंजूरी नहीं मिलने के कारण पुस्तकालयाध्यक्ष को फर्स्ट ग्रेड में प्रमोशन का लाभ नहीं मिल पाया है। उधर, पदोन्नति नहीं मिलने से पुस्तकालयाध्यक्षोंं में नाराजगी है। राजस्थान पुस्तकालय सेवा परिषद के पदाधिकारियों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल को ज्ञापन देकर शीघ्र पदोन्नति की मांग की। वहीं 20 अक्टूबर, 1982 में दो दिवसीय पुस्तकालयाध्यक्षो की दो दिवसीय कार्यशाला के आदेश के नवीनीकरण की मांग रखी। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेशाध्यक्ष गोपीलाल औदित्य, प्रदेश मंत्री वीरेंद्र सिंह पंवार, रेखलाल पंवार आदि शामिल हुए।