फर्जी अभिलेखों के सहारे कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीवी) में नौकरी करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाये जाने के मामले के खुलासे के बाद प्रदेश सरकार सख्त है। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने जौनपुर, आजमगढ़, अमेठी, मैनपुरी समेत प्रदेश के सभी जिलों में
बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए संदेश में सख्त निर्देश दिया है कि केजीवी में नौकरी करने वाले 11 प्रमुख नामों वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्त पत्रावलियां तलब की है। रिकॉर्डों की जांच के बाद 24 घंटे में रिपोर्ट शासन के पास भेजने को कहा गया है।
दो और फर्जी शिक्षिकाएं कर रही हैं नौकरी! मैनपुरी। कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं के अभिलेखों की जांच गुरुवार को पूरी कर ली गई। जांच के दौरान दो फर्जी शिक्षिकाएं और सामने आई हैं। यह खुलासा होने के बाद महकमे में हड़कंप मच गया है। इन फर्जी शिक्षिकाओं के अभिलेखों का ऑनलाइन सत्यापन पूरा कर लिया गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए संदेश में सख्त निर्देश दिया है कि केजीवी में नौकरी करने वाले 11 प्रमुख नामों वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्त पत्रावलियां तलब की है। रिकॉर्डों की जांच के बाद 24 घंटे में रिपोर्ट शासन के पास भेजने को कहा गया है।
दो और फर्जी शिक्षिकाएं कर रही हैं नौकरी! मैनपुरी। कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं के अभिलेखों की जांच गुरुवार को पूरी कर ली गई। जांच के दौरान दो फर्जी शिक्षिकाएं और सामने आई हैं। यह खुलासा होने के बाद महकमे में हड़कंप मच गया है। इन फर्जी शिक्षिकाओं के अभिलेखों का ऑनलाइन सत्यापन पूरा कर लिया गया है।