डीएलएड 2015 बैच वाले अभ्यर्थियों पर पड़ेगा असर

डीएलएड 2015 बैच के बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थियों ने भी आवेदन किया था. लेकिन हाईकोर्ट के निर्णय का सबसे अधिक असर इसी बैच के अभ्यर्थियों पर पड़ेगा.कोर्ट के आदेश के अनुसार डीएलएड 2015 बैच के प्रशिक्षुओं का फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट शासनादेश जारी होने के बद आया. लेकिन 22 दिसंबर के पहले 2015 बैच के फोर्थ सेमेस्टर में उत्तीर्ण अभ्यर्थी पूर्ण रूप से इस भर्ती के लिए वैलिड है.
लेकिन इसमें कई ऐसे अभ्यर्थ है जो वर्ड सेमेस्टर में फेल हो गए थे. या उन्होंने स्कूटनिंग के लिए आवेदन किया था. की फोर्थ सेमेस्टर में भी ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या हजरों में थी. जिनका बैक पेपर आया था या फिर उन्होंने स्कूटनिंग के लिए आवेदन किया था. इस वजह से उनका रिजल्ट पूर्ण नही माना जाएगा. ऐसे अभ्यर्थियों के बैंक पेपर और स्क्रीनिंग का रिजल्ट जनवरी व फरवरी 2019 में जरी हुआ था. लेकिन उन्होंने शिक्षक भर्ती के लिए 22 दिसंबर 2018 के पहले आवेदन कर दिया था.ऐसे अभ्यर्थियों की अनुमानित संख्या करीब 13765 है.

कई ऐसे अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिनका डीएलएड थर्ड या फोर्थ सेमेस्टर के बैंक व स्कूटनिग का रिजल्ट जनवरी और फरवरी में आया.

ऐसे समी अम्य्थी भर्ती प्रक्रिया से स्वतः ही बाहर हो जाएगे. इसमें 2015 बैच के सबसे अधिक अभ्यर्थी होंगे.

अनिल भूषण चतुर्वेदी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी