एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत 13 विषयों में चयनित अभ्यर्थियों को अपने अभिलेखों में त्रुटि सुधार के लिए जो समय सीमा दी गई थी वह बीत चुकी है। अगर उन्हें एक अन्य अवसर नहीं दिया गया तो वे चयन से वंचित रह जाएंगे।
इस मसले पर एलटी समर्थक मोर्चा के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक (राजकीय) अंजना गोयल को ज्ञापन सौंपा। अपर शिक्षा निदेशक ने आश्वासन दिया कि अभ्यर्थियों को एक और मौका दिया जाएगा, लेकिन सत्यापन प्रक्रिया के साथ विद्यालय का विकल्प चुने जाने की मांग पर सहमति नहीं बन सकी अभ्यर्थियों को बताया गया कि सत्यापन पूरा होने के बाद ही काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत 15 विषयों में 10768 पदों पर भर्ती होनी है। इनमें से 13 विषयों में 4244 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित घोषित किया जा चुका है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन कराया जाना है। तमाम अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेखों में नाम या पता गलत होने पर शपथपत्र दिया था।
ऐसे में अभ्यर्थियों को अभिलेखों में त्रुटि सुधार के लिए मौका दिया गया था। हाईस्कूल या इंटर के अभिलेखों में त्रुटि सुधार के लिए संबंधित बोर्ड और स्नातक अथवा बीएड के अभिलेखों में त्रुटि सुधार के लिए संबंधित विश्वविद्यालय में संपर्क करना था। इसके लिए अभ्यर्थियों को 15 दिनों का वक्त दिया गया था। लेकिन, कोविड-19 के कारण इस कार्य में तमाम बाधाएं आ गईं और ज्यादातर अभ्यर्थी त्रुटियों को ठीक नहीं करा सके।
अभ्यर्थियों ने यह मांग भी की कि सत्यापन की प्रक्रिया दौरान काउंसलिंग भी शुरू करा दी जाए
बृहस्पतिवार को एलटी समर्थक मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल मोर्चा संयोजन विक्की खान के नेतृत्व में अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक (राजकीय) अंजना गोयल से मिला। अपर निदेशक ने आश्वासन दिया कि त्रुटि सुधार के लिए अभ्यर्थियों को एक अन्य अवसर प्रदान किया जाएगा। अभ्यर्थियों ने यह मांग भी की कि सत्यापन की प्रक्रिया दौरान काउंसलिंग भी शुरू करा दी जाए और अभ्यर्थियों को विद्यालय का विकल्प भरने दिया जाए।
अभ्यर्थियों का कहना है कि सत्यापन पूरा होने में दो माह का वक्त लगेगा और इसके बाद काउंसलिंग में भी समय लगेगा। अगर सत्यापन के साथ विद्यालय का विकल्प भी भरने दिया जाएगा तो चयनित अभ्यर्थियों को समय से नियुक्ति मिल जाएगी। हालांकि अपर निदेशक इस पर सहमत नहीं हुईं। उन्होंने कहा कि इस बारे में शासन से कोई निर्देश नहीं हैं। वहीं, मोर्चा संयोजक विक्की खान का कहना है कि अगर सत्यापन में ज्यादा वक्त लगा तो अभ्यर्थी निदेशालय में धरना-प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
इस मसले पर एलटी समर्थक मोर्चा के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक (राजकीय) अंजना गोयल को ज्ञापन सौंपा। अपर शिक्षा निदेशक ने आश्वासन दिया कि अभ्यर्थियों को एक और मौका दिया जाएगा, लेकिन सत्यापन प्रक्रिया के साथ विद्यालय का विकल्प चुने जाने की मांग पर सहमति नहीं बन सकी अभ्यर्थियों को बताया गया कि सत्यापन पूरा होने के बाद ही काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत 15 विषयों में 10768 पदों पर भर्ती होनी है। इनमें से 13 विषयों में 4244 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित घोषित किया जा चुका है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन कराया जाना है। तमाम अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेखों में नाम या पता गलत होने पर शपथपत्र दिया था।
ऐसे में अभ्यर्थियों को अभिलेखों में त्रुटि सुधार के लिए मौका दिया गया था। हाईस्कूल या इंटर के अभिलेखों में त्रुटि सुधार के लिए संबंधित बोर्ड और स्नातक अथवा बीएड के अभिलेखों में त्रुटि सुधार के लिए संबंधित विश्वविद्यालय में संपर्क करना था। इसके लिए अभ्यर्थियों को 15 दिनों का वक्त दिया गया था। लेकिन, कोविड-19 के कारण इस कार्य में तमाम बाधाएं आ गईं और ज्यादातर अभ्यर्थी त्रुटियों को ठीक नहीं करा सके।
अभ्यर्थियों ने यह मांग भी की कि सत्यापन की प्रक्रिया दौरान काउंसलिंग भी शुरू करा दी जाए
बृहस्पतिवार को एलटी समर्थक मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल मोर्चा संयोजन विक्की खान के नेतृत्व में अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक (राजकीय) अंजना गोयल से मिला। अपर निदेशक ने आश्वासन दिया कि त्रुटि सुधार के लिए अभ्यर्थियों को एक अन्य अवसर प्रदान किया जाएगा। अभ्यर्थियों ने यह मांग भी की कि सत्यापन की प्रक्रिया दौरान काउंसलिंग भी शुरू करा दी जाए और अभ्यर्थियों को विद्यालय का विकल्प भरने दिया जाए।
अभ्यर्थियों का कहना है कि सत्यापन पूरा होने में दो माह का वक्त लगेगा और इसके बाद काउंसलिंग में भी समय लगेगा। अगर सत्यापन के साथ विद्यालय का विकल्प भी भरने दिया जाएगा तो चयनित अभ्यर्थियों को समय से नियुक्ति मिल जाएगी। हालांकि अपर निदेशक इस पर सहमत नहीं हुईं। उन्होंने कहा कि इस बारे में शासन से कोई निर्देश नहीं हैं। वहीं, मोर्चा संयोजक विक्की खान का कहना है कि अगर सत्यापन में ज्यादा वक्त लगा तो अभ्यर्थी निदेशालय में धरना-प्रदर्शन शुरू कर देंगे।