नई शिक्षा नीति से समृद्ध होगा छात्रों का ज्ञान बोले सीएम योगी, सीएम ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के लिए किया शिक्षाविदों से विमर्श

 लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वित होने से विद्यार्थी किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि उनका व्यावहारिक व तकनीकी ज्ञान भी समृद्ध होगा। नई शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए राज्य सरकार के सभी संबंधित विभागों ने कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।

वह मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के बारे में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास और अन्य शिक्षाविदों के साथ विचार-विमर्श कर रहे थे।



उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से तीन वर्षों में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 50 लाख विद्यार्थियों के बढऩे से अब उनकी संख्या 1.8 करोड़ हो गई है। उच्च शिक्षा में निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए एक्ट बनाया गया है। शिक्षकों के निष्पक्ष और पारदर्शी चयन के लिए शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया जा रहा है। प्रदेश में व्यावसायिक और औपचारिक शिक्षा को जोड़ने के उद्देश्य से यू-राइज पोर्टल प्रारंभ किया गया है।

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने की दिशा में उठाये गए कदमों की जानकारी दी।

परिचर्चा के दौरान नई शिक्षा नीति को अमली जामा पहनाने के बारे में बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक तथा व्यावसायिक शिक्षा व कौशल विकास विभागों के अलावा नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग की ओर से प्रस्तुतीकरण किया गया। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए न्यास ने भी समिति गठित की है जिसकी रिपोर्ट जल्द आएगी। नीति को लागू करने में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय तथा जिला स्तर पर कमेटियों का गठन उपयोगी होगा।