अंतर्जनपदीय स्थानांतरण को लेकर अब शिक्षकों का धैर्य जवाब देने लगा है। ज्ञात हो कि अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का विज्ञापन निकलने के बाद यूपी सरकार ने शीघ्र ही स्थानांतरण करने की बात कही लगभग सारी
तैयारी भी पूर्ण हो गई परंतु बाद में बीच सत्र का हवाला देकर स्थानांतरण की प्रक्रिया को रोक दिया गया।सरकार का कहना था कि बीच सत्र में स्थानांतरण होने से शिक्षण कार्य प्रभावित होगा। सत्र समाप्त हो जाने के उपरांत भी प्रक्रिया पूर्ण नहीं की गई। तदुपरांत कोविड-19 के चलते समस्त स्थानांतरण प्रक्रियाओं पर रोक लगा दी गई।शिक्षकों ने ट्विट अभियान चलाकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया तदुपरांत माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से रोक हटा कर 54120 शिक्षकों के स्थानांतरण करने की घोषणा कर दी। तब से लेकर आज तक तीन बार कार्यक्रम सूची का प्रकाशन विभाग के द्वारा प्रस्तुत की जा चुकी हैं परंतु अंतर्जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया को अभी तक पूर्ण नहीं किया जा सका।शिक्षक राजीव गौड़ के द्वारा अवगत कराया गया कि यदि इस बार 8 नवंबर तक सूची का प्रकाशन नहीं किया गया तो शिक्षक लखनऊ निशातगंज में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व बेसिक विभाग का ही होगा।
शिक्षकों का कहना है कि यातायात बाजार आदि समस्त खुल जाने पर स्थानांतरण की प्रक्रिया इस समय अति शीघ्र पूर्ण की जानी चाहिए। ऐसा करना समयोचित होगा क्योंकि ऑनलाइन शिक्षण कार्य होने के कारण शिक्षण कार्य भी प्रभावित नहीं होगा और विद्यालय खुले होने के कारण कार्यभार- ग्रहण करने में भी कोई परेशानी ना होगी।
बताते चलें कि शिक्षकों ने माननीय मुख्यमंत्री योगी जी के वक्तव्य को आधार बनाकर एक लंबे समय से ट्वीट्स के माध्यम से निवेदन कर रहे थे इसी क्रम में 10 सितंबर को 66.5 हजार से अधिक ट्विट्स कर अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के मुद्दे को के माध्यम से देश में 41 वें स्थान पर ट्रेंड कराया। उसी क्रम में १८ सितंबर 2020 को 3.80 लाख से अधिक ट्वीट करके अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के विषय को उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर ट्रेंड करने लगा।वही पूरे देश में 19वें स्थान पर ट्रेंड करते हुए पहुँच गया।आज तक ट्विटर व अन्य माध्यमों से निवेदन जारी है।
दुर्गेश,विक्रम,अभय,संतोष, शिवकुमार,राहुल, अजीत, राम सेवक, सबा अंसार, शैलेश, इंद्रमणि, दीपक, गौरी शंकर, योगेश, राम भवन, विकास, श्रीनारायण, बबलू, कुसुम रानी,अरुण, अंतरिक्ष, रंजना, नरेंद्र, संजीत, अवध, शिव कुमार, गिरीश, अंगद सहित प्रदेश के समस्त प्रभावित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री जी से शीघ्र स्थानातरण करने का निवेदन किया है।