69000 शिक्षक भर्ती: दिव्यांगों ने कैंडल जलाकर अधिकारियों को जगाने की कोशिश

 उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती में अपनी मांगों को लेकर पिछले 18 दिनों से प्रयागराज में धरना-प्रदर्शन कर रहे दिव्यांग अभ्यर्थियों ने गुरुवार को कैंडल जलाकर सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की।

अपनी मांगों को लेकर दिव्यांग अभ्यर्थियों ने बुधवार को अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। आज दिव्यांगों ने कहा कि सरकार अगर हमारी मांग को नहीं पूरा करती है तो हम लोग भूख हड़ताल करेंगे और अगर तब भी नहीं पूरी होती है तो हम लोगों को आत्मदाह ही करना पड़ेगा।  बात दें, पिछले 18 दिनों प्रयागराज में दिव्यांग अभ्यर्थियों का धरना-प्रदर्शन चल रहा है। अभी तक इनकी मांगों पर सरकार की तरफ से कोई गौर नहीं किया गया है। 

आज कैंडल जलाकर सरकार को जगाने की कोशिश करने वाले दिव्यांगों की मांग है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हम लोगों को चार प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की अधिसूचना 2018 में जारी की गई है, लेकिन इस भर्ती में हम लोगों को सिर्फ तीन फीसदी आरक्षण दिया गया है। उच्च गुणांक वाले दिव्यांग अभ्यर्थी को सामान्य श्रेणी में चयनित न करके उन्हें दिव्यांग श्रेणी में ही शामिल किया है। यही नहीं, दिव्यांगों ने दृष्टिबाधित एवं श्रवणह्वास दिव्यांगजनों की बची हुई सीटों को भी शामिल किए जाने की मांग की। दिव्यांगों ने कहा कि चलन क्रिया से बाधित अभ्यर्थियों को ये सीटें दी जाएं। इसके अलावा उन्होंने डिप्टी सीएम से आरपीडब्ल्यूडी एक्ट 2016 का एक्ट लागू कराए जाने की मांग की है। दिव्यांगों का कहना है कि सरकार नियमों का पालन करते हुए यह भर्ती करती तो फिर हम लोगों को यहां पर धरना-प्रदर्शन के लिए नहीं बैठना पड़ता। अब अपनी मांग को लेकर दिव्यांग अभ्यर्थियों की तरफ से लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है।