नए साल के मौके पर शिक्षकों को अंतर जिला तबादले का तोहफा, शिक्षकों को मनचाहे जिले में जाने की मिली सौगात

 प्रयागराज: नए साल के मौके पर बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर जिला तबादले का इंतजार पूरा हो गया है। 21,695 शिक्षकों को मनचाहे जिले में जाने की सौगात मिली। वहीं, करीब 50 हजार शिक्षकों को तबादला सूची से बाहर होना पड़ा है। यह उलटफेर बदले नियम और कड़ी शतरें की वजह से हुआ है। बेसिक शिक्षा के अफसरों ने मुख्यमंत्री की भी इन तबादलों में किरकिरी करा दी है।



जिलों में कुल 43,916 पद रिक्त होने के बाद भी 20 सितंबर को 54,120 पदों पर तबादले की अनुमति ली गई थी। एनआइसी ने गुरुवार देर रात तबादला सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। जिसे शिक्षक देख सकते हैं।

परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों की अंतर जिला तबादला प्रक्रिया दो दिसंबर, 2019 को शुरू हुई थी। पहले चरण में 1.04 लाख शिक्षकों ने पंजीकरण कराया और 70,838 ने आवेदन किया। बीएसए तय समय में आवेदनों का सत्यापन नहीं कर सके। समय सीमा बढ़ी, लेकिन फिर कोरोना संक्रमण काल में सब कुछ ठप हो गया। बेसिक शिक्षा की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशों का अनुपालन करने में तबादला पाने वाले शिक्षकों की संख्या कम रह गई है। उनका यह भी कहा कि तबादले के लिए 51 हजार आवेदन सही मिले थे, उसमें से 21695 का तबादला किया गया है। दिव्या गोस्वामी की हाईकोर्ट में याचिका हुई, तीन नवंबर को हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया। कोर्ट के आदेश पर उन महिला शिक्षिकाओं से 18 से 21 दिसंबर तक आवेदन मांगे गए, जो विवाह के बाद दोबारा अंतर जिला तबादला चाहती थी।