प्रयागराज : यूपी बोर्ड ने प्रदेश भर के प्रधानाचार्यो को अल्टीमेटम दिया है कि परीक्षार्थी और छात्र-छात्रएं यदि इस बार छूटे तो उन पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, वित्तविहीन कालेजों की मान्यता तक छीनी जा सकती है।
बोर्ड ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए चौथी बार परीक्षा फार्म भरने व पंजीकरण की तारीखें बढ़ाई हैं। इसके बाद अवसर नहीं मिलेगा। बोर्ड का कहना है कि कई प्रधानाचार्य इस कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं, यह अत्यंत खेदजनक है। बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि शासन ने कोविड-19 को देखते को देखते हुए पहले तीन बार परीक्षा फार्म भरने व पंजीकरण की तारीखें बढ़ाईं। इसके बाद भी छात्र-छात्रएं अवशेष रह गए। इसलिए चौथी बार विलंब शुल्क के साथ आवेदन करने का मौका दिया गया है। 10वीं व 12वीं के संस्थागत व व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का फार्म पांच जनवरी तक भरने और कक्षा नौ व 11 के संस्थागत विद्यार्थियों का पंजीकरण 10 जनवरी तक कराने को कहा गया है। परिषद के मुताबिक उसे इस कार्य में लापरवाही बरते जाने की सूचनाएं मिल रही हैं।
सचिव ने कहा है कि प्रधानाचार्य इस कार्य को तत्परता से पूरा कराएं। ढिलाई से यदि परीक्षा फार्म व पंजीकरण शेष रह जाता है तो संबंधित प्रधानाचार्य दोषी माने जाएंगे। उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए नियुक्ति प्राधिकारी से संस्तुति की जाएगी, जबकि वित्तविहीन कालेजों की मान्यता प्रत्याहरण तक की कार्यवाही हो सकती है।