पीसीएस का साक्षात्कार बने रोजगार की गारंटी

 प्रयागराज : प्रदेश की सबसे बड़ी पीसीएस परीक्षा के साक्षात्कार तक पहुंचने वालों के अनिवार्य चयन की मांग प्रतियोगियों ने की है। उनका तर्क है कि पीसीएस के साक्षात्कार में असफल अभ्यर्थी अयोग्य नहीं होते। उसमें भरपूर योग्यता होती है, जरूरत है उन्हें उचित अवसर देने की।



प्रतियोगी छात्र समिति ने उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग अध्यक्ष को पत्र भेजा है और आयोग अध्यक्ष से नई पहल करने की गुहार लगाई गई है, ताकि प्रदेश को योग्य अफसर मिलें और अभ्यर्थी भी अचयनित होकर अवसाद का शिकार न होने पाएं। समिति का मानना है कि पीसीएस का साक्षात्कार देकर अंतिम रूप से चयनित न होने वाले अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग करके योग्यता के अनुसार उन्हें अलग-अलग विभागों में नौकरी दी जानी चाहिए। इसकी संस्तुति आयोग अध्यक्ष के जरिये की जाए, जिससे सरकार उस दिशा में उचित कार्रवाई कर सके।

समिति अध्यक्ष अवनीश पांडेय ने कहा कि संघ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष भी राज्यों के लोकसेवा आयोग अध्यक्षों की बैठक में इस संबंध में वक्तव्य दे चुके हैं। कहा कि आयोग असफल को फेल नहीं मानता है, जो आयोग की परीक्षा की अर्हता को पूरा करता है वही पास होकर साक्षात्कार तक पहुंचता है। अत: फेल को सफल बनाने की बात नहीं है, बल्कि कम से कम संसाधन में योग्य अधिकारियों का चयन है, क्योंकि इसमें खर्च कुछ नहीं होना है।