पंचायतों के आरक्षण में होगा व्यापक बदलाव, शासन ने जारी की गाइडलाइन

 प्रयागराज में त्रिस्तरीय पंचायतों के आरक्षण में व्यापक परिवर्तन तय माना जा रहा है। शासन ने आरक्षण निर्धारण की गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके अनुसार आरक्षण का निर्धारण 1995 से अब तक हुए पांच चुनावों को आधार बनाया जाएगा। ऐसे में पंचायतों की पूरी स्थिति ही बदल जाएगी।




नगर निगम के विस्तार तथा तीन नए ब्लाक के गठन के बाद यहां पंचायतों का स्वरूप पहले ही बदल गया है। ऐसे में आरक्षण की स्थिति में भी बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही थी। अब गाइडलाइन में आबादी और पिछले पांच चुनावों को आधार बनाए जाने के बाद इसमें और फेरबदल की बात कही जा रही है। आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया के प्रशिक्षण के लिए 16 फरवरी को अफसरों को लखनऊ बुलाया गया है। यहां से जिला विकास अधिकारी एके मौर्य और जिला पंचायती राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव लखनऊ जाएंगी। पहले शुक्रवार को प्रशिक्षण होना था लेकिन तारीख आगे बढ़ा दी गई। प्रशिक्षण में शामिल होने से पहले आरक्षण का प्रारंभिक खाका तैयार करने की बात कही जा रही है।


हालांकि पंचायतों के आरक्षण का निर्धारण प्रशिक्षण के बाद ही शुरू होगा। जिला पंचायती राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव का कहना है कि पहले सिर्फ पिछले चुनाव के आधार पर आरक्षण तय करने की बात कही जा रही थी लेकिन गाइडलाइन जारी होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई है। उन्होंने बताया कि पंचायतों का अलग-अलग विवरण पहले ही तैयार किया जा चुका है। प्रशिक्षण के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

पंचायतों के आरक्षण को लेकर शुरू हुई सियासत
गाइडलाइन जारी होने के साथ पंचायतों के आरक्षण को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। ग्रामीण अपने-अपने तरीके से पंचायतों का आरक्षण तय करने लगे हैं। उसी के अनुसार दावेदारी भी शुरू हो गई है। आरक्षण उनके अनुसार हो इसके लिए दबाव की राजनीति भी शुरू हो गई है।


नागरिक कोर के सदस्यों ने भूलों की दिखाई राह
नागरिक सुरक्षा कोर के सदस्य मौनी अमौस्या स्नान पर्व पर स्नानार्थियों के लिए मार्गदर्शक के रूप में सामने आए। उन्होंने भूले-बिसरों को परिजनाें से मिलवाया तो चोरों को पकड़ने में पुलिस की भी मदद की। संगम घाट पर जालौन की महिला बेहोश हो गई, जिसे स्टाफ ऑफिसर रविशंकर द्विवेदी, ज्ञानेश्वर शर्मा आदि ने एंबुलेंस की मदद से तत्काल अस्पताल पहुंचाया। मछली शहर की दंपत्ति का बच्चा भीड़ में बिछड़ गया जिसे कोर के सदस्यों ने मिलवाया। मेले में चेन स्नेचिंग, पर्स, मोबाइल चोरी आदि की शिकायतें भी रहीं। कोर के सदस्यों ने सक्रियता दिखाते हुए आठ चोरों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। चोर पकड़ने वालों में भारत भूषण वार्ष्णेय, शुभम श्रीवास्तव, गौरव अग्रवाल आदि शामिल रहे। इस तरह से स्नानार्थियों को राह दिखाने और पुलिस की मदद का सिलसिला पूरे स्नान के दौरान चलता रहा।