69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण की अनदेखी को लेकर ओबीसी व एससी वर्ग के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे। हालांकि, उन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया। कुछ अभ्यर्थियों ने कानून मंत्री के आवास पर भी घेराव किया।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग के लिए आवंटित सीटें अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को दे दी गईं। इसके चलते 5844 सीटों का नुकसान हुआ है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी अपनी अंतरिम रिपोर्ट में 5,844 सीटों का आरक्षण घोटाला होने की बात स्वीकारी है। उन्होंने आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग की। साथ ही कहा कि आयोग में जिन अभ्यर्थियों ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई है, उन सभी को समायोजित की जाए।
बता दें कि इस पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में सामान्य वर्ग की 34,589 सीटें थीं। जबकि इस वर्ग के महज 20,301 अभ्यर्थी ही चयनित हुए हैं।
सामान्य वर्ग के शेष 14,288 पदों पर भी ओबीसी व एससी वर्ग के अभ्यर्थी मेरिट के आधार पर चयनित हुए हैं। इस तरह कुल 31 हजार अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। उन्होंने कहा कि ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को नियमानुसार आरक्षण नहीं देने का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।