नकलविहीन यूपीटीईटी कराने के लिए प्रशासन ने कसी कमर:- सतर्कता और निर्देश, गड़बड़ी पर डीएम व बीएसए होंगे जिम्मेदार

प्रयागराज : प्रश्नपत्र लीक हो जाने के कारण रद की गई 28 नवंबर की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) शुचितापूर्ण ढंग से कराना शासन से प्रशासन तक के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है। परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के लिए मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा प्रदेश के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों सहित शिक्षा अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर चुके हैं।


मुख्यमंत्री ने भी टीम-9 की बैठक करके तैयारियों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। किसी अप्रिय स्थिति पर जिलाधिकारी, बीएसए एवं केंद्र प्रभारियों को जवाबदेह बनाया गया है।

निश्शुल्क यात्र को प्रवेशपत्र की पांच-छह कापी रखें साथ: पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा है कि परिवहन निगम की बसों में निश्शुल्क यात्र के लिए परीक्षार्थी अपने पास प्रवेश पत्र की पांच-छह प्रतियां सुरक्षित रखें। यात्र के दौरान परिचालक को एक प्रति स्वहस्ताक्षरित उपलब्ध कराएं। उस पर परिचालक अप टिप के लिए अप टिप और डाउन टिप के लिए डाउन टिप शब्द अंकित करेंगे। उस पर यात्र शुरू करने एवं यात्र समाप्त करने का स्थान भी लिखा जाएगा। परीक्षार्थियों को यह सुविधा 22 से 24 जनवरी तक मिलेगी।

’>>प्रश्नपत्र लीक होने से 28 नवंबर को रद कर दी गई थी परीक्षा

दो पालियों में 21,65,179 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा

पहली पाली में प्राथमिक स्तर के लिए 10:00 से 12:30 बजे की परीक्षा में 12,91,627 परीक्षार्थियों को सम्मिलित होना है। इसके लिए प्रदेश भर में 2532 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। दूसरी पाली में 02:30 से 5:00 बजे तक उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा होगी, जिसमें 1733 केंद्रों में 8,73552 परीक्षार्थी शामिल होंगे।

सतर्कता और निर्देश

  • ’ सुरक्षित और बेदाग परीक्षा केंद्रों के निर्धारण पर जोर दिया गया है।

  • ’ पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने परीक्षार्थियों को आधा घंटा पहले केंद्र पहुंचने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद गेट बंद हो जाएंगे।

  • ’ परीक्षार्थियों के केंद्र पर पहुंच जाने के बाद प्रश्नपत्र खोला जाएगा, ताकि पर्चा खुलने के बाद आवाजाही न हो।

  • ’ केंद्र पर मोबाइल या किसी भी तरह का इलेक्ट्रानिक उपकरण ले जाना प्रतिबंधित रहेगा।

  • ’ जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश कि दोनों पालियों की सीसीटीवी की वीडियो फुटेज की एक कापी अपने पास रखकर दूसरी पीएनपी कार्यालय को भेजें।