कोरोना काल में यूपीटीईटी अधिकारियों की उपलब्धि:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2021) के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अभ्यर्थियों, केंद्र व्यवस्थापकों, कक्ष निरीक्षकों, पर्यवेक्षकों सहित सभी संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। कहा कि कोरोना कालखंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में परीक्षा का सफल आयोजन एक उपलब्धि है।


यह परीक्षा रविवार को दो पालियों में सभी जिलों में कराई गई। प्राथमिक स्तर के लिए 2,532 तो उच्च प्राथमिक स्तर के लिए 1,733 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। दोनों पालियों में कुल 18,22,112 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। व्यवस्था में लगभग 1,62,511 कक्ष निरीक्षक, 8,530 पर्यवेक्षक, 1,423 सचल दल और सहयोग के लिए 5,814 तृतीय श्रेणी व लगभग 14,059 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी लगाए गए।

अखिलेश-प्रियंका ने उठाए सवाल: सपा मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने टीईटी आयोजन पर इस पर सवाल खड़े किए। अखिलेश ने ट्वीट किया- ‘यूपी टीईटी परीक्षा में अभ्यर्थियों के साथ हुए अन्याय में सपा साथ खड़ी है। युवाओं का अनादर भाजपा को बहुत महंगा पड़ेगा। संवेदनहीन भाजपा को यही अभ्यर्थी हर बूथ पर वोटों के लिए तरसा देंगे।’

प्रियंका ने ट्वीट किया- भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के चलते एक बार टीईटी का पेपर लीक हुआ और आज दोबारा परीक्षार्थियों को पेपर देने आना पड़ा। कई जगह परीक्षार्थियिों को परीक्षा देने से वंचित किया गया, जो कि सरासर अन्याय है।

योगी आदित्यनाथ