प्रयागराज : उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) ने नई कार्ययोजना बनाकर उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2021 नए सिरे से कराई। इसे नकलविहीन कराने के लिए परीक्षा केंद्रों में बदलाव के साथ सभी को नए प्रवेशपत्र जारी किए गए थे, लेकिन कई जिलों में तमाम अभ्यर्थी 28 नवंबर को रद हो चुकी यूपीटीईटी के लिए जारी पुराना प्रवेशपत्र लेकर पहुंच गए। ऐसे परीक्षार्थियों की ओएमआर शीट जमाकर परीक्षा होने तक केंद्र में बैठाए रखा गया। ऐसे अभ्यर्थी अनुचित साधन प्रयोग करने के आरोप में फंस गए हैं। पीएनपी सचिव ने इन अभ्यर्थियों के
खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षकों को दिए हैं। प्रश्नपत्र की गोपनीयता बनाए रखने के बाद पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी की प्राथमिकता परीक्षा केंद्रों से पर्चा आउट होने की संभावना को रोकना था। इसके लिए उन्होंने केंद्रों के गेट परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले बंद करा दिए थे। योजना थी कि जब प्रश्नपत्र खुलने के पहले सभी परीक्षार्थी अंदर पहुंच जाएंगे तो मोबाइल के अभाव में उनके पास बाहर से कोई भी सामग्री नहीं पहुंच सकेगी।
खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षकों को दिए हैं। प्रश्नपत्र की गोपनीयता बनाए रखने के बाद पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी की प्राथमिकता परीक्षा केंद्रों से पर्चा आउट होने की संभावना को रोकना था। इसके लिए उन्होंने केंद्रों के गेट परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले बंद करा दिए थे। योजना थी कि जब प्रश्नपत्र खुलने के पहले सभी परीक्षार्थी अंदर पहुंच जाएंगे तो मोबाइल के अभाव में उनके पास बाहर से कोई भी सामग्री नहीं पहुंच सकेगी।
ओएमआर शीट जमा कराकर परीक्षा होने के बाद जाने दिया गया, कई जिलों में ऐसी सूचनाओं पर सचिव ने दिए मुकदमे के निर्देश