प्रयागराज। माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक अब बच्चों की मनोवैज्ञानिक समस्याओं का न केवल समाधान कर सकेंगे, बल्कि समस्याओं से संबंधित सुझाव और परामर्श देने में भी सक्षम होंगे। बच्चों की मनोवैज्ञानिक समस्याओं की पहचान, प्रशिक्षण, प्रबंधन एवं संवर्धन विषय पर मनोविज्ञानशाला की ओर से सात से नौ मार्च तक माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उद्घाटन करते हुए निदेशक मनोविज्ञानशाला ऊषा चंद्रा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में मानसिक स्वास्थ्य के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य बच्चों की मनोवैज्ञानिक समस्याओं के समाधान के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं को मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से सक्षम बनाना है। इलाहाबाद डिग्री कॉलेज के डॉक्टर जगदीश्वर द्विवेदी, डॉ. कमलेश तिवारी, डॉ. कमलेश कुमार, किरन राय आदि ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण प्रभारी रेनू सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इन समस्याओं का करेंगे समाधान: तनाव, दबाव, दुश्चिंता, मूलभूत आवश्यकता, अधिगम संबंधी, बौद्धिक नि:शक्तता, कोविड-19 का दुष्प्रभाव, परीक्षा से भय, परिस्थितिजन्य समस्याएं।