कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षक समेत अन्य पद रिक्त हैं। इससे यहां पढ़ रही बेटियों को दिक्कत होती है। गत वर्ष नियुक्ति के लिए आवेदन लिया गया था, लेकिन विवाद के चलते भर्ती नहीं हो पाई है।
परिषदीय स्कूल में भी शिक्षकों की कमी से दिक्कत हो रही है। कई स्कूल एकल शिक्षक के सहारे संचालित हैं। कई जगह अनुदेशक व शिक्षामित्र स्कूल का संचालन कर रहे हैं। इसका असर छात्रों के शैक्षणिक स्तर पर पड़ता है। कुछ जगह तो शिक्षामित्रों के हवाले ही स्कूल हैं
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