लखनऊ : प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों को हाईटेक बनाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। विद्यालयों की वेबसाइट के साथ ही बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कालेजों को भेजे वार्षिक बजट में बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने के निर्देश दिए थे, उनका अनुपालन अब जांचा जा रहा है, सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों से रिपोर्ट मांगी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों विभागवार कार्ययोजना में माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्य भी गिनाए थे, अब अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला उनका अनुपालन करा रही हैं। अगले तीन महीने में सभी राजकीय स्कूलों में वाई-फाई की सुविधा, सभी विद्यालयों की वेबसाइट के साथ ही हर छात्र- छात्रा की ईमेल आइडी बनाई जानी है। इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में बायोमीट्रिक हाजिरी भी शुरू होनी है। शुक्ला ने शिक्षा निदेशक माध्यमिक को निर्देश दिया कि चारों बिंदुओं पर सभी जिलों में चल रहे विद्यालयों की स्थिति की समीक्षा मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों से कराकर रिपोर्ट सौंपा जाए।
माध्यमिक शिक्षा विभाग रिपोर्ट मिलने के बाद कार्ययोजना तैयार करेगा, ताकि समय पर इसका अनुपालन हो सके। इसी वर्ष विभाग ने स्कूलों को भेजे वार्षिक धनराशि में बायोमीट्रिक हाजिरी के लिए मशीन लेने का निर्देश दिया था, रिपोर्ट से यह भी स्पष्ट होगा कि आखिर कितने कालेजों ने धन मशीन खरीदने पर खर्च किया है। वैसे माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में अभी तक बायोमीट्रिक हाजिरी अनिवार्य नहीं है। अब विभाग इस संबंध में आदेश जारी कर सकता है। ज्ञात हो कि प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में बायोमीट्रिक हाजिरी अब तक लागू नहीं हो सकी है।