प्रयागराज । राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में नवनियुक्त शिक्षकों के नियुक्ति पत्र और उनके शैक्षिक दस्तावेजों की गहनता से जांच की जाएगी। इस बारे में अपर शिक्षा निदेशक राजकीय केके गुप्ता ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखा है। झांसी में फर्जी नियुक्ति पत्र पर पांच युवकों के ज्वाइन करने का मामला सामने आया है। ऐसे में विभाग को आशंका है कि अन्य जिलों में भी ऐसे प्रकरण हो सकते हैं।
अपर शिक्षा निदेशक राजकीय केके गुप्ता ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे पत्र में लिखा है कि वर्ष 2020 से लोकसेवा आयोग से सीधी भर्ती के माध्यम से प्रवक्ता और एलटी ग्रेड पर चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र ऑनलाइन निर्गत किए गए। सबसे पहले 23 अक्तूबर 2020, द्वितीय चरण में 19 जनवरी 2021 तृतीय चरण में 12 अगस्त 2021 और चतुर्थ चरण में 6 जनवरी 2022 को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र दिए गए। इसके पश्चात किसी भी अभ्यर्थी को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया।
ऑनलाइन नियुक्त अभ्यर्थियों को कार्यभार ग्रहण कराए जाने के बारे में सभी डीआईओएस को निर्देश दिए गए हैं। इस बारे में साफ निर्देश है कि नवनियुक्त शिक्षकों की ओर से उपलब्ध कराए गए नियुक्ति पत्र का मिलान डीआईओएस अपनी लॉगिन से जरूर कर लें। साथ ही सावधानीपूर्वक दस्तावेजों की जांच के बाद 15 दिन के भीतर ज्वाइन कराएं। पत्र में साफ लिखा है कि ऑनलाइन नियुक्ति पत्र में अभ्यर्थियों को सीधे प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक को कार्यभार ग्रहण कराने का निर्देश नहीं है।
झांसी में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर पांच युवकों के ज्वाइन करने का मामाला सामने आने के बाद विभाग चौकन्ना हो गया है। नवनियुक्त शिक्षकों का विवरण 25 अगस्त तक हर हाल में ईमेल या वाहक के माध्यम से जरूर भेजने को भी कहा गया है। साथ ही भविष्य में नवनियुक्त शिक्षकों के कार्यभार ग्रहण कराने से पूर्व लॉगिन से जरूर मिलान करके इसकी सूचना सभी प्रधानाचार्यों को भेजने को भी कहा गया है।