लेखपाल भर्ती परीक्षा में धांधली करने वाले नकल माफिया का पर्दाफाश, 4 कॉलेज प्रबंधक समेत कुल 8 गिरफ्तार

 एसटीएफ लखनऊ की टीम ने एक बड़े नकल माफिया का पर्दाफाश किया है। उसने चार कॉलेज प्रबंधक समेत कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। यह रैकेट कई बड़ी भर्ती परीक्षाओं में धांधली कर चुका है।

हाल ही में हुई लेखपाल भर्ती परीक्षा में भी लाखों रुपये लेकर कई अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व कराए थे। डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह को सूचना मिली थी कि नैनी स्थित मुरली मनोहर जोशी इंटर कॉलेज का प्रबंधक जयबाबू तिवारी नकल माफिया रैकेट का सरगना है। वह कई अन्य कॉलेज प्रबंधकों संग मिलकर भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने का काम करता है।


इस पर उन्होंने मयटीम उसके श्रमिक बस्ती स्थित घर पर दबिश देकर उसे हिरासत में ले लिया। उसके कब्जे से कई दस्तावेज मिले जिसमें लेखपाल व फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों का विवरण लिखा हुआ था। सख्ती से पूछताछ में उसने लेखपाल समेत कई अन्य भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने की बात कबूली। बताया कि इस रैकेट में कई अन्य कॉलेज प्रबंधक भी शामिल हैं जो अरैल घाट पर पूर्व में हुई परीक्षा के बकाया लेनदेन को लेकर बातचीत करने के लिए जुटने वाले हैं।

इसके बाद उसकी निशानदेही पर अरैल घाट पर दबिश देकर तीन अन्य कॉलेज प्रबंधकों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया। इन सभी को औद्योगिक क्षेत्र थाने में ले जाया गया, जहां इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। साथ ही इन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।

यह हुए गिरफ्तार1- जयबाबू तिवारी निवासी श्रमिक बस्ती नैनी (प्रबंधक, मुरली मनोहर जोशी इंटर कॉलेज, नैनी)2- अनिल पांडेय निवासी चकराना नैनी (प्रबंधक, रामप्रसाद अकादमी इंटर कॉलेज, चाका ब्लॉक नैनी)3- पुनीत सिंह निवासी पीएसी कॉलोनी नैनी (प्रबंधक, शैल शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज, नैनी)4- शशि प्रकाश शर्मा उर्फ राजू निवासी चकदाउद नगर नैनी (प्रबंधक, सावित्री देवी शंकर लाल शर्मा इंटर कॉलेज, नैनी)5- लाखेंद्र राजभर निवासी चौबेपुर वाराणसी (गैंग सदस्य)6- मुलायम सिंह यादव निवासी वाजिदपुर थाना नोनहरा, जनपद गाजीपुर। (अभ्यर्थी, लेखपाल भर्ती परीक्षा)7- रानू यादव निवासी भीखेपुर, सादियाबाद गाजीपुर (गैंग सदस्य)5- पंकज तिवारी निवासी सर्रोई विंध्याचल मिर्जापुर (गैंग सदस्य)


पकड़े गए रैकेट के सरगना व सदस्यों से पूछताछ में कई अन्य लोगों के नाम पता चले हैं। उनके बारे में पता लगाया जा रहा है। – दीपक कुमार सिंह, डिप्टी एसपी एसटीएफ लखनऊ