आपत्तियों पर सीडीओ ने खंगाली पत्रावलियां
सिद्धार्थनगर, अंतर जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद जारी सूची के बाद आरोप लगाने का सिलसिला जारी है। असाध्य रोग की अभिलेखीय सच्चाई के बाद स्थानांतरण से वंचित किए जाने का मामला आया है। जिले में किडनी की डायलिसिस कराने वाली शिक्षिका का तबादला नहीं हो सका। इसके अलावा कई शिक्षकों ने भारांक पूर्ण होने के बाद भी स्थानांतरण न किए जाने की शिकायत की है। जनपद में 25 शिक्षकों ने आपत्ति जताते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। अवकाश के बाद भी रविवार को सीडीओ जयेंद्र कुमार बीएसए कार्यालय पहुंचकर संबंधित की पत्रवालियों की बारीकी से जांच पड़ताल की।
अंतर जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत जिले से 2583 शिक्षकों ने आवेदन किए थे। इनमें 601 का विकल्प भरने वाले जिलों में तबादला किया गया है। स्थानांतरण सूची जारी होने के बाद से व्यवस्था पर सवाल उठने के साथ ही मनमानी और धांधली करने के आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया। बीएसए कार्यालय में 25 ऐसे शिक्षकों ने शिकायत करते हुए आपत्ति जताई हैं, जिनका भारांक पूर्ण होने, असाध्य रोग का पुख्ता सबूत होने, पति के सरकरी नौकरी में होने के बाद भी स्थानांतरण से वंचित करने का उल्लेख किया है। इन शिक्षकों का आरोप है कि शासनादेश के विपरीत स्थानांतरण सूची जारी की गई है। इसके लिए जिले से लगायत निदेशालय स्तर तक गड़बड़ियां की गई हैं। शासन स्तर से प्राप्त आपत्तियों के निस्तारण के लिए प्रत्येक जिलों में सीडीओ की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठन करने का निर्देश दिया गया। रविवार को बीएसए कार्यालय में सीडीओ जयेंद्र कुमार के देखरेख में टीम में शामिल सीएमओ डॉ. बीके अग्रवाल, बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने आपत्ति करने वाले शिक्षकों के अभिलेखों की जांच की गई। सीडीओ ने बताया कि जांच के बाद रिपोर्ट उच्च स्तर पर भेजी जाएगी।
दो साल से चल रही डायलिसिसः विकास खंड नौगढ़ अंतर्गत कंपोजिट विद्यालय रेहरा में तैनात प्रियांशी कौशिक ने भी अंतर जनपदीय स्थानांतरण के तहत शामली जिले में करने के लिए आवेदन किया था। जारी सूची में नाम नहीं था। प्रियांशी ने बताया कि नवंबर 2021 से ही किडनी की डायलिसिस सिद्धार्थनगर जिले के जिला अस्पताल में करा रही हैं।
बैंक कर्मियों की पत्नियों ने सचिव को भेजा पत्रः स्थानांतरण प्रकिया के तहत जिले में तैनात बैंक कर्मियों की पत्नी शिक्षिकाओं ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को पत्र भेजकर भारांक संबंधी विसंगतियों में सुधार कर करते हुए स्थानांतरण की मांग की है। बीएसए के माध्यम से भेजे गए पत्र में आवेदन करने वाली शिक्षिका कुमुद मिश्रा, सुगंधा मौर्या, वंदना भारती, कुमारी शेली, डाली, आकांक्षा, शालिनी पांडेय शमिल हैं।
सोशल मीडिया पर बयां कर रही दर्द: जिले में तैनात सहायक अध्यापक मोनिका ने सोशल मीडिया पर बयां दर्द करते हुए कहा कि लगभग आठ वर्ष से तबादले का इंतजार हो रहा है। इस बार भी छोटी बेटी मुझे लेने आई पर उसे निराश होना पड़ा।
आपत्तियों के निस्तारण के लिए ज्ञापन: अंतरजनपदीय स्थानांतरण में प्राप्त आपत्तियों के निस्तारण के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष आदित्य कुमार शुक्ल की अगुवाई में बीएसए के माध्यम से सचिव बेसिक शिक्षा को पांच बिंदुओं का ज्ञापन भेजा है।