गर्मी की छुट्टियों के बाद प्रदेशभर के 1.50 लाख से अधिक परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल सोमवार से खुल रहे हैं। इस सत्र में प्रत्येक शिक्षक को 50-50 बच्चों का दाखिला कराने का लक्ष्य दिया गया है।
इसके साथ ही महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने हिदायत दी है कि प्राइवेट स्कूल में कार्यरत शिक्षकों की कार्यशैली की तरह परिषदीय विद्यालय के शिक्षक भी परिश्रम से पढ़ाने का कार्य करें।
अप्रैल-मई में स्कूल चलो अभियान की समीक्षा में पाया गया कि स्कूलों में नामांकन की प्रगति बहुत असंतोषजनक है। लिहाजा सभी अधिकारी विकासखंडवार स्कूल जाने वाले बच्चों की पहचान कर उनका नामांकन जुलाई में पूर्ण कराएं। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की समीक्षा बैठक में महानिदेशक ने 2023-24 सत्र को आदर्श सत्र बनाने को कहा है।
कक्षा पांच से आठ तक के पास छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नामांकन के सापेक्ष 90 प्रतिशत बच्चों की उपस्थित सुनिश्चित की जाए।
बीसी सखी के माध्यम से धन निकासी सुविधा
वर्तमान शैक्षिक सत्र में बैंकिंग कॉरेसपांडेंट (बीसी) सखी के माध्यम से अभिभावकों को धन निकासी की सुविधा उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जाएगी। सरकार की ओर से प्रत्येक बच्चे को यूनिफॉर्म, बैग, जूता-मोजा आदि के लिए 1200 रुपये डीबीटी के माध्यम से सीधे बैंक खाते में भेजे जाते हैं। इसके लिए सभी बच्चों का शत-प्रतिशत आधार नामांकन एवं अभिभावकों का आधार सत्यापन कराने के निर्देश दिए गए हैं।