फर्जी अंकपत्र के सहारे नौकरी करते एक और शिक्षक मिला, जांच में हुआ खुलासा; अब होगी बर्खास्तगी

 उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक और शिक्षक फर्जी अंकपत्र के सहारे नौकरी करते पाया गया है। बीएसए द्वारा जांच के लिए भेजे गए अंकपत्र को माध्यमिक शिक्षा परिषद ने फर्जी बताया है। इसके बाद विभाग ने शिक्षक की बर्खास्तगी की कार्रवाई तेज कर दी है। शिक्षक की बर्खास्तगी के लिए जिला चयन समिति को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। जल्द ही शिक्षक की बर्खास्तगी होगी। वर्तमान में शिक्षक की सुल्तानगंज विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय में तैनाती है।







मामला सुल्तानगंज विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय नगला मिसुर से जुड़ा हआ है। यहां तैनात शिक्षक हृदेश कुमार की बीएसए से शिकायत की गई थी। बीएसए को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया था कि शिक्षक फर्जी अभिलेखों से नौकरी कर रहा है। 

बीएसए ने शिकायत के आधार पर शिक्षक का इंटरमीडिएट का अंकपत्र जांच के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश को भेजा था। निदेशक माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बीएसए को भेजी जांच रिपोर्ट में शिक्षक का अंकपत्र फर्जी बताया है। इसके बाद बीएसए ने शिक्षक की बर्खास्तगी की तैयारी शुरू कर दी है।

 

बीएसए दीपिका गुप्ता ने शिक्षक के फर्जी अंकपत्र के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर लिया है। प्रस्ताव को जल्द जिला चयन समिति के पास भेजा जाएगा। जिला चयन समिति शिक्षक की बर्खास्तगी पर निर्णय लेगी। पूर्व में शिक्षक को नोटिस जारी कर अंकपत्र के संबंध में अपना पक्ष रखने को भी कहा गया था।

 

दो अन्य शिक्षकों की भी चल रही है जांच

शिकायत के आधार पर ही घिरोर और सुल्तानगंज में तैनात दो अन्य शिक्षकों की भी जांच चल रही है। बीएसए ने संबंधित शिक्षकों की गोपनीय जांच के लिए अभिलेख संबंधित बोर्ड को भेजे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद इन पर कार्रवाई होगी।

किसी कीमत पर किस भी शिक्षक को फर्जी अभिलेखों से नौकरी नहीं करनी दी जाएगी। शिकायत के आधार पर जांच कराई गई थी। जांच में शिक्षक हृदेश कुमार का अभिलेख फर्जी मिला है। इसके आधार पर बर्खास्तगी की तैयारी का जा रही है। -दीपिका गुप्ता, बीएसए