ज्ञानपुर। फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करने वाले बर्खास्त 13 शिक्षकों में एक और के खिलाफ शुक्रवार रात में गोपीगंज कोतवाली में जालसाजी और कूटरचना का मुकदमा दर्ज हो गया।
ज्ञानपुर के बीईओ मनोज सिंह की तहरीर पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। 10 दिन पहले औराई ब्लॉक के तीन शिक्षकों पर केस दर्ज हुआ था। सुरियायां, डीप और भदोही ब्लॉक के शेष नौ शिक्षकों के खिलाफ संबंधित थानों में तहरीर दी गई है।
पिछले दिनों सत्यापन रिवेर्ट पर बीएसए ने फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करने वाले 13 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी थी।
भदोही जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय है। जिसमें 4000 से अधिक शिक्षकों की तैनाती है। पिछले पांच से छह सवाल में नियुक्ति से लेकर अन्य गतिविधियां ऑनलाइन होने से प्रमाणपत्र की खामियां उजागर हो रही हैं, लेकिन डेढ़ से दो दशक पहले की नियुक्ति
प्रक्रिया कागजों में ही चलती थी। विश्वविद्यालय एवं बोर्ड स्तर पर होने वाले सत्यापन में भी गड़बड़ी कर दी जाती है। इससे फर्जी प्रमाणपत्र पकड़ में नहीं आते। प्रेरणा पोर्टल पर सभी अभिलेख ऑनलाइन होने के बाद प्रदेश स्तर पर बड़ी संख्या में शिक्षकों के प्रमाणपत्र संदिग्ध मिले। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग की
ओर से विश्वविद्यालय एवं बोर्ड से अभिलेखों का सत्यापन कराया नया।
इसमें जिले में 13 शिक्षक ऐसे मिले जिनके आचार्य, शास्त्री, बीएड, यूपी बोर्ड के प्रमागपत्र या तो फर्जी थे या दूसरे विद्यार्थी के नाम पर अंकित थे। फर्जीवाड़े के खिलाफ इस कार्रवाई से पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है।
डीएम ने फर्जीवाड़ाकर नौकरी पाने वालों पर केस दर्ज करने का दिया आदेश
जनवरी से जून तक रिपोर्ट आने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 13 शिक्षकों की सेना समाप्त कर दी। डीएम विशाल सिंह ने ऐसे शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कराने की संस्तुति की। जालपुर के बीईओ मनोज
सिंह को
पर पुलिस ने शुक्रवार पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिदा के
के सहायक
अध्यापक संजय कुमार सिंह निवासी इमामशाहपुर गुतवन जौनपुर के वित्तारु जातसाज, कुटरचना समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। वहीं दूसरी ओर सुरियावां, डोथ और भदोही के भीईओ ने शेष है अन्य शिक्षकों के खिल्वक थाने में तहरीर दी। इसके खिलाफ भी एक से दो दिनों में मुकदमा दर्ज की कार्रवाई हो जाए।
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