उच्चतर शिक्षा आयोग की सुनवाई के कारण वृहद्पीठ विलम्ब से बैठी ।
सर्वप्रथम अशोक खरे ने बीटीसी की तरफ से पैरवी की शुरुवात की ।
उन्होंने निम्न विन्दु कोर्ट को बताये :
1. इनका चयन विशेष योजना से ग्राम शिक्षा समिति के तहत हुआ है ।
2. इनका चयन नियमावली से नहीं हुआ है ।
3. इनके चयन में नियमावली के रुल 10 का अनुशरण नहीं हुआ है ।
4. इनका चयन 11 महीने के संविदा पर हुआ था ।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
सर्वप्रथम अशोक खरे ने बीटीसी की तरफ से पैरवी की शुरुवात की ।
उन्होंने निम्न विन्दु कोर्ट को बताये :
1. इनका चयन विशेष योजना से ग्राम शिक्षा समिति के तहत हुआ है ।
2. इनका चयन नियमावली से नहीं हुआ है ।
3. इनके चयन में नियमावली के रुल 10 का अनुशरण नहीं हुआ है ।
4. इनका चयन 11 महीने के संविदा पर हुआ था ।
कोर्ट ने दिनांक 03/01/2011 का अनिल संत द्वारा NCTE को भेजा पत्र देखा और
दिनांक 14/01/2011 को प्रशिक्षण के लिए आया NCTE का जवाब देखा ।
उसके बाद 3 सवाल किये :
1. जब यूपी में कोई टीचर नहीं था तब इन्होने विद्यालय को चलाया फिर इनपर किसी और को जो कि बाद में आये तरजीह क्यों दी जाये ?
2. इतनी अधिक संख्या में हैं जब प्रशिक्षण ले लिया तो अब इनको कहाँ भेजा जाये ?
3. प्रशिक्षण पाने वाले सब स्नातक हैं फिर क्या परेशानी है ?
इस पर CB यादव ने भी कुछ स्पष्टीकरण दिया ।
IS तोमर उठकर गये और कुछ खरे साहब को बताया ।
खरे साहब ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है संविदाकर्मी नियुक्त नहीं हो सकते हैं ।
मै ट्रेनिंग पर रिट की थी स्टे हुआ था DB ने स्टे हटाया था लेकिन गुप्ता सर ने आज तक फैसला नहीं दिया ।
मेरा याची अरसद ट्रेनिंग करके टेट पास है उसका क्या होगा ?
खरे साहब ने अरसद का नाम लिया था ।
इस पर चीफ ने कहा कि अब जब ये ट्रेनिंग कर लिये हैं तो इनका क्या करूँ , ये बेसिक एजुकेशन में इम्पार्ट तो करते हैं फैसला इसपर क्यों न हो कि ये टीईटी पास करें कि न करें !
इस पर खरे कुछ बोलते घड़ी में चार बज गया कोर्ट उठ गयी ।
अब सुनवाई कल होगी ।
जहाँ चीफ फंसते हैं न्यायमूर्ति गुप्ता उन्हें कुछ बताते हैं ।
SK पाठक ने सारी फाइल्स खरे साहब को बहस के लिए दी ।
शेष कल ।घमासान होने पर क्योकि कल टेट पर बहस होगी और जबरदस्त होगी।
उसके बाद 3 सवाल किये :
1. जब यूपी में कोई टीचर नहीं था तब इन्होने विद्यालय को चलाया फिर इनपर किसी और को जो कि बाद में आये तरजीह क्यों दी जाये ?
2. इतनी अधिक संख्या में हैं जब प्रशिक्षण ले लिया तो अब इनको कहाँ भेजा जाये ?
3. प्रशिक्षण पाने वाले सब स्नातक हैं फिर क्या परेशानी है ?
इस पर CB यादव ने भी कुछ स्पष्टीकरण दिया ।
IS तोमर उठकर गये और कुछ खरे साहब को बताया ।
खरे साहब ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है संविदाकर्मी नियुक्त नहीं हो सकते हैं ।
मै ट्रेनिंग पर रिट की थी स्टे हुआ था DB ने स्टे हटाया था लेकिन गुप्ता सर ने आज तक फैसला नहीं दिया ।
मेरा याची अरसद ट्रेनिंग करके टेट पास है उसका क्या होगा ?
खरे साहब ने अरसद का नाम लिया था ।
इस पर चीफ ने कहा कि अब जब ये ट्रेनिंग कर लिये हैं तो इनका क्या करूँ , ये बेसिक एजुकेशन में इम्पार्ट तो करते हैं फैसला इसपर क्यों न हो कि ये टीईटी पास करें कि न करें !
इस पर खरे कुछ बोलते घड़ी में चार बज गया कोर्ट उठ गयी ।
अब सुनवाई कल होगी ।
जहाँ चीफ फंसते हैं न्यायमूर्ति गुप्ता उन्हें कुछ बताते हैं ।
SK पाठक ने सारी फाइल्स खरे साहब को बहस के लिए दी ।
शेष कल ।घमासान होने पर क्योकि कल टेट पर बहस होगी और जबरदस्त होगी।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC