7th Pay commission: विसंगतियां दूर करने के लिए सड़क पर उतरे शिक्षक

लखनऊ. छठे वेतन आयोग की लंबित विसंगतियां दूर किये जाने सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों, कर्मचारियों एवं पेशनर्स ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर एकजुट हुए प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाकर जमकर नारेबाजी की।
सभी लोग ‘कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति’ के बैनर तले एकजुट हुए। प्रदर्शन में कई अन्य संगठन भी शामिल रहे।

संगठन के प्रवक्ता बीएल कुशवाहा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने छठे वेतन आयोग की लंबित विसंगतियां दूर करने के बजाय और बढ़ा दी हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगमी नौ अगस्त को लखनऊ में आयोजित रैली में अगली रणनीति की घोषणा की जाएगी। संगठन के कोआर्डिनेटर लल्लन पाण्डेय का कहना है कि प्रदेश के शिक्षकों, पेशनर्स व कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ मिला चाहिये। लेकिन समिति को वर्तमान रूवरूप में यह स्वीकार नहीं है। इसमें सुधार की जरूरत है।


राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियमित नियुक्तियां, संविदा कर्मियों को नियमित कर परिभाषित पेंशन के दायरे में लाने पर जोर दिया। दिनभर चले प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन के अधिकारी को ज्ञापन देकर प्रदर्शन समाप्त किया। इस दौरान एसपी सिंह, नेबू लाल, संतराम, चन्द्रशेखर, रेनू शुक्ला, राम भजन मौर्य आदि शामिल रहे।
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