डय़ूटी के दौरान अनुपस्थित होने पर कटेगा वेतन, नई नियुक्ति वाले शिक्षकों का मांगा गया परिचय पत्र

लखनऊ (एसएनबी)। यूपी बोर्ड हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट परीक्षाओं केन्द्र व्यवस्थापक, सहायक केन्द्र व्यवस्थापक तथा कक्ष निरीक्षकों को अनिवार्य रूप से डय़ूटी करनी होगी।
डय़ूटी के दौरान जानबूझकर अनुपस्थित होने या डय़ूटी में आनाकानी करने पर संबंधित शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी तथा इनका वेतन या मनदेय काट लिया जाएगा। उधर कक्ष निरीक्षकों की डय़ूटी करने के लिए नई नियुक्ति वाले शिक्षकों का परिचय पत्र मांगा गया है। ज्ञात हो इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा 16 मार्च से शुरू होगी। यूपी बोर्ड की परीक्षा संपन्न कराने के लिए राजधानी में 150 परीक्षा केन्द्र बनाए गये हैं। इनमें 28 परीक्षा केन्द्रों को संवेदनशील तथा 11 परीक्षा केन्द्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। राजधानी में वर्ष 2017 की यूपी बोर्ड परीक्षा में 1,02,266 विद्यार्थी पंजीकृत है। इनमें हाईस्कूल के 56,513 संस्थागत व 1,429 व्यक्तिगत परीक्षार्थी शामिल हैं। इसी प्रकार इण्टरमीडिएट की परीक्षा देने के लिए 42,497 संस्थागत व 1,826 व्यक्तिगत विद्यार्थी पंजीकृत हैं। राजधानी में यूपी बोर्ड परीक्षा को संपन्न कराने के लिए प्रति वर्ष चार से पांच हजार शिक्षकों की डय़ूटी कक्ष निरीक्षकों के रूप में लगायी जाती है, लेकिन परीक्षा शुरू होने के चन्द दिनों अन्दर ही बड़ी संख्या में कक्ष निरीक्षक तरह-तरह के बहाने बनाकर नदारत हो जाते हैं। इनमें वित्तविहीन विद्यालय के शिक्षकों की संख्या अधिक होती है। इसके अतिरिक्त सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक भी डय़ूटी नहीं करते हैं, जिसके कारण कक्ष निरीक्षकों की कमी होती है तथा परीक्षा के दौरान अव्यवस्था उत्पन्न हो ती है। इस वर्ष कक्ष निरीक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड ने स्पष्ट आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश में साफ कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा में जिनकी भी डय़ूटी लगायी जाएगी, उन्हें अनिवार्य रूप से इस दावित्व को निभाना होगा। आनाकानी करने या जनबूझ कर डय़ूटी पर न आने वाले शिक्षकों का वेतन काट लिया जाएगा। वहीं वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों के मनदेय में कटौती की जाएगी। उधर बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक की डय़ूटी करने के लिए अब विद्यालयों को नई नियुक्ति वाले शिक्षकों के परिचय पत्र भेजने के निर्देश दिए गये हैं। इसके अतिरिक्त उनके भी परिचय पत्र मांगे गये हैं, जिनके पुराने परिचय पत्र खो गये हैं। इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश कुमार त्रिपाठी ने विद्यालयों को निर्देश भी भेज दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों के पुराने परिचय पत्र ही मान्य होंगे। कक्ष निरीक्षकों के परिचय पत्र जमा करने की अंतिम तिथि चार मार्च निर्धारित की गयी है।

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