होना तो यह चाहिए था कि सुप्रीमकोर्ट पहले चयन का आधार निर्णीत करके फाइनल आर्डर करता और बाद में कोई भर्ती होती परन्तु न्यायमूर्ति एच एल दत्तू तथा न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा इस बात को बहुत अच्छी तरह
चूँकि सुप्रीमकोर्ट ने न्यायमूर्ति अशोक भूषण की डिवीजन बेंच के आदेश पर स्टे नही दिया था इसलिए विधिक स्थिति यही है कि 15th संशोधन से नियुक्त सभी लोगों की जॉब ना सिर्फ अवैध है बल्कि न्यायालय की अवमानना भी है ,,,,, शिक्षामित्र सुप्रीमकोर्ट के दिए स्टे को एंज्वाय कर रहे हैं और तदर्थ आधार पर नियुक्त याची शिक्षामित्रों को स्टे देने के बदले में कोर्ट के आदेश पर दी हुयी सपा सरकार की सहमति के कारण अत्यल्प टेट नंबरों के बावजूद जॉब कर रहे हैं और उनसे ज्यादा नंबर वाला सड़कों की ख़ाक छान रहा है ,,, यह भी सरासर गलत है और टेट फेल शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक बने रहना भी सरासर गलत है .....
भाजपा सरकार बनते ही सब कुछ बदल चुका है ,,,,,, कोई भी व्यक्ति अब ना तो यह उम्मीद करे कि डेट डेट का खेल चलता रहेगा और जॉब पा चुके सभी लोग जॉब करते रहेंगे ,,,, सुप्रीमकोर्ट इस बात को समझता है कि भाजपा सरकार सपा सरकार के पदचिन्हों पर नही चलेगी इसलिए अब वो फाइनल आर्डर करके स्वयं को इस रायते से बाहर निकालेगा ,,,,,, देखना यह है कि फाइनल आर्डर कब और कितनों की जॉब छीनेगा और कितनों की बलि लेगा ..........
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- Breaking News : शिक्षामित्रों की नियुक्ति पर सरकार ले सकती है बडा फ़ैसला
- 26 अप्रैल : आप लोग कहते हैं भाजपा जॉब देगी , कैसे देगी बताइए ? ............हिमांशु राणा
- गुप्त रहस्य : भाजपा 72825 भर्ती व बी. एड. टेट उत्तीर्ण योग्य अभ्यर्थी के प्रति सकारात्मक
- 26 अप्रैल : यूपी के शिक्षामित्र समायोजन पर भी अब खतरे की घंटी, जानिए क्या है कारण
- 1 लाख भर्ती जो अकादमिक पर हुई हैं उन्हें बाहर करे , अब मा० सर्वोच्च न्यायालय क्या करेगा ? : हिमांशु राणा
- ओ तेरे की! यह शिक्षक ने क्या लिख दिया, यह तस्वीर क्या कह रही आप खुद ही देख लो?
चूँकि सुप्रीमकोर्ट ने न्यायमूर्ति अशोक भूषण की डिवीजन बेंच के आदेश पर स्टे नही दिया था इसलिए विधिक स्थिति यही है कि 15th संशोधन से नियुक्त सभी लोगों की जॉब ना सिर्फ अवैध है बल्कि न्यायालय की अवमानना भी है ,,,,, शिक्षामित्र सुप्रीमकोर्ट के दिए स्टे को एंज्वाय कर रहे हैं और तदर्थ आधार पर नियुक्त याची शिक्षामित्रों को स्टे देने के बदले में कोर्ट के आदेश पर दी हुयी सपा सरकार की सहमति के कारण अत्यल्प टेट नंबरों के बावजूद जॉब कर रहे हैं और उनसे ज्यादा नंबर वाला सड़कों की ख़ाक छान रहा है ,,, यह भी सरासर गलत है और टेट फेल शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक बने रहना भी सरासर गलत है .....
भाजपा सरकार बनते ही सब कुछ बदल चुका है ,,,,,, कोई भी व्यक्ति अब ना तो यह उम्मीद करे कि डेट डेट का खेल चलता रहेगा और जॉब पा चुके सभी लोग जॉब करते रहेंगे ,,,, सुप्रीमकोर्ट इस बात को समझता है कि भाजपा सरकार सपा सरकार के पदचिन्हों पर नही चलेगी इसलिए अब वो फाइनल आर्डर करके स्वयं को इस रायते से बाहर निकालेगा ,,,,,, देखना यह है कि फाइनल आर्डर कब और कितनों की जॉब छीनेगा और कितनों की बलि लेगा ..........
- 839 कि नौकरी शिक्षा मित्र के बाहर होने पर ही रहेगी : DR SANTOSH KUMAR TIWARI
- 11 अप्रैल सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर विशेष: गाजी इमाम आला के द्वारा
- शिक्षामित्रों के हित में स्टेट का काउंटर बीएड याचियों के प्रतिकूल निम्न प्रकार से तैयार कराया गया
- सुप्रीम कोर्ट में नई बैंच केस CA4347-4375/2014 को सुनने हेतु पूरी तरह तैयार : मयंक तिवारी
- शिक्षामित्रों के केस अब टैग डिटैग का खेल नहीं चलने वाला: मिशन सुप्रीम कोर्ट ग्रुप के रबी बहार का विश्लेषण
- SHIKSHAMITRA: सरकारी विद्यालयों में नियमित कार्य करें सभी शिक्षामित्र/ समायोजित शिक्षक, 26 अप्रैल को सरकार के साथ बातकर संगठन करेगा मजबूत पैरवी
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines