तबादले की सूचना न देने पर कठोर कार्रवाई, शिक्षकों का अंतर जिला तबादले का मामला

इलाहाबाद : शैक्षिक सत्र 2016-17 में बड़ी संख्या में बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों का अंतर जिला तबादला हुआ। शिक्षकों ने दूसरे जिलों में जाकर कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है, लेकिन परिषद मुख्यालय के पास तबादला सूची के सिवा ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि आखिर कितने शिक्षक इधर से
उधर हुए।
तमाम ऐसे भी शिक्षक हैं जिनका तबादला हुआ, लेकिन वरिष्ठता जाने के भय से उन्होंने अंतिम समय में दूसरे जिले में जाना मुनासिब नहीं समझा। फेरबदल की सूची बेसिक शिक्षा अधिकारी नहीं दे रहे हैं। ऐसे में उन पर कठोर कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया गया है। 1बेसिक शिक्षा परिषद सचिव संजय सिन्हा ने तबादला प्रक्रिया के दौरान ही पूरी रिपोर्ट देते रहने का निर्देश बीएसए को दिया था। उस पर ध्यान नहीं दिया गया। नया शैक्षिक सत्र शुरू होने से पहले सचिव सिन्हा ने सात मार्च और फिर 28 मार्च को बीएसए को पत्र भेजकर अंतर जिला तबादले की पूरी रिपोर्ट मांगी। यह हाल तब है जब सचिव ने सभी जिलों को वह प्रोफार्मा भी भेजा है जिसमें दूसरे जिले में जाने वाले और उनके जिले में आने वाले शिक्षकों का पूरा ब्योरा भरकर देना है।

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