सरकारी स्कूलों की चेकिंग में फंसे दर्जनों शिक्षक, डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों से कराई थी परिषदीय विद्यालयों की चेकिंग, होगी कड़ी कार्यवाही

कासगंज: सरकारी स्कूलों की दशा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सख्ती अपनाए जाने के बाद प्रशासन भी परिषदीय विद्यालयों को लेकर गंभीर हुआ है। डीएम ने शनिवार को जिला स्तरीय अधिकारियों से चेकिंग कराई तो करीब चार दर्जन शिक्षक स्कूलों से नदारद मिले।
बढ़ती गर्मी और सूरज की तपिश देखकर डीएम के विजयेंद्र पांडियान ने स्कूलों का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक निर्धारित कर दिया है। इसके बाद भी शिक्षक समय से परिषदीय विद्यालयों में नहीं पहुंच रहे हैं। हालात यह है कि बहुत सी जगह बच्चों को बाहर खड़े रहकर स्कूल खुलने का एक- एक घंटे इंतजार करना पड़ता है। 1खंड शिक्षा अधिकारियों की मिलीभगत के कारण शिक्षकों की मनमानी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। ऐसी शिकायतों पर शनिवार को डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों को जिम्मेदारी देते हुए परिषदीय विद्यालयों में आकस्मिक चेकिंग कराई। इस दौरान बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पूरी तरह दूर रखा गया, जिससे चेकिंग की भनक न लग जाए। अभियान में खुलासा हुआ कि करीब एक दर्जन शिक्षक तो 11 बजे तक स्कूल नहीं पहुंचे। जबकि दो दर्जन शिक्षक विलंब से स्कूलों में आए। कई शिक्षक तो 12 बजने के बाद भी विद्यालयों से नदारद रहे। चेकिंग के लिए पहुंचे अधिकारियों ने पटियाली और सिढ़पुरा ब्लॉक में ऐसे चार दर्जन लापरवाह शिक्षकों को चिन्हित करते हुए डीएम को अपनी रिपोर्ट भेजी है। अब ऐसे शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। चेकिंग अभियान में जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, पंचायत सचिव, बीडीओ, एडीओ सिंचाई, लोक निर्माण विभाग आदि के अधिकारी शामिल रहे। जिलाधिकारी ने बताया कि आकस्मिक रूप से विद्यालयों की चेकिंग का अभियान जारी रहेगा।

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