मुरादाबाद। मनपसंद स्कूल नहीं मिलने से अंतर्जनपदीय तबादला होकर मुरादाबाद आए 40
शिक्षक ‘बीमार’ पड़ गए हैं। स्कूल आवंटन के बाद भी शिक्षकों ने अभी तक
ज्वाइनिंग नहीं ली है। शिक्षक अपनी पसंद के स्कूलों में तैनाती की सिफारिश
के लिए नेताओं से लेकर अफसरों की परिक्रमा कर रहे हैं।
ऐसे शिक्षकों के
वेतन आहरण पर रोक लग गई है। शिक्षकों के ज्वाइनिंग नहीं करने से बच्चों की
पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
मुरादाबाद जिले में 1225 प्राथमिक स्कूल हैं।
इनमें सात सौ स्कूल एकल शिक्षक और शिक्षा मित्रों के भरोसे चल रहे थे।
मुरादाबाद में 305 शिक्षक अंतर्जनपदीय तबादला होकर आए थे। सीडीओ की
अध्यक्षता में गठित कमेटी ने 27 जुलाई को काउंसलिंग कर अंतर्जनपदीय
शिक्षकों को नगर क्षेत्र को छोड़कर ग्रामीण ब्लाकों के स्कूल आवंटित कर
दिए। स्कूल आवंटन के लिए शिक्षकों की पहली तैनाती को वरिष्ठता क्रम का आधार
बनाया गया। इससे जिले में पहले ज्वाइनिंग लेने वाले अधिकांश शिक्षकों की
उम्मीदों पर पानी फिर गया।
बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के मुताबिक
स्कूल आवंटन के बाद 40 शिक्षकों ने अभी तक तैनाती नहीं ली है। पसंद का
स्कूल नहीं मिलते ही 40 शिक्षक बीमार पड़ गए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों के
माध्यम से मेडिकल बीएसए कार्यालय में जमा करवाया है। शिक्षकों के मेडिकल
पर जाने से स्कूलों में पढ़ाई बाधित हो रही है। जानकारों का कहना है कि
बीमार पड़े शिक्षकों को अभी भी पसंद के स्कूलों में तैनाती की उम्मीद है।
इसके लिए वो नेताओं और अफसरों से सिफारिश लगवा रहे हैं। ऐसे शिक्षकों का
अगस्त माह के वेतन आहरण पर रोक लग गई है।
- 40 शिक्षक मेडिकल पर
हैं। स्कूलों का आवंटन प्रशासनिक कमेटी ने पारदर्शिता से किया है। अब
आवंटित स्कूलों में ज्वाइनिंग के लिए शिक्षकों को फिटनेस प्रमाण पत्र जमा
करना होगा।
- योगेंद्र कुमार, बीएसए
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