जासं, सोनभद्र : शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने और फिर न्यायालय के
आदेश के बाद पुन: शिक्षामित्र बने लेकिन उन्हें पहले जो स्कूल मिला था उसी
में तैनात रहे।
काफी दिनों तक मूल विद्यालय पर पहुंचने के लिए मांग चलती
रही। इस पर शासन ने शासनादेश जारी कर कहा कि शिक्षामित्रों को मूल विद्यालय
पर भेजा जाय। इस पर जिले से आवेदन मंगाए गए और अब बीएसए ने सभी को मूल
विद्यालय पर भेजने का आदेश जारी कर दिया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि जिले के 1192
शिक्षामित्र समायोजित करके सहायक अध्यापक बनाये गये थे। इसमें से कुछ
शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर शिक्षक बन गये लेकिन बाद में न्यायालय के
आदेश पर इनका समायोजन रद कर दिया गया। जहां तैनाती की गई थी वहीं रह गए।
पहले वाले स्कूल पर इन्हें भेजा गया था। शासन के निर्देशानुसार बीते दिनों
सभी से आवेदन मंगाया गया। आवेदन करने वालों में से 1129 शिक्षामित्रों को
उनके मूल विद्यालय पर भेजने के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। शेष बचे
शिक्षामित्रों के लिए भी आवेदन मांगा गया है। इसके अलावा ऐसी महिला
शिक्षामित्र जो अपने मूल विद्यालय से अपने ससुराल के विद्यालय में जाना
चाहती हैं उनके लिए भी आवेदन मांगा गया है। 24 अगस्त के बाद उनकी भी तैनाती
आवेदन के हिसाब से की जाएगी।
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