68500 शिक्षक भर्ती: आरक्षण की चौथी सीढ़ी पर धाराशायी हो गए हजारों

68500 सहायक अध्यापक भर्ती में आरक्षण की चौथी सीढ़ी पर हजारों अभ्यर्थी धाराशायी हो गये। जिला आवंटन सूची से बाहर हुए 5696 अभ्यर्थियों ने शनिवार को शिक्षा निदेशालय में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर प्रदर्शन किया और इंसाफ की मांग की।

इनका कहना है कि सरकार ने लिखित परीक्षा में सफल 41556 अभ्यर्थियों को सरकार ने नियुक्ति देने का भरोसा दिलाया था। लेकिन जिला आवंटन में गलत तरीके से आरक्षण लागू करने के कारण अधिकांश सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी ही बाहर हो गये।
सबसे पहले सरकार ने बीटीसी दाखिले के समय आरक्षण लागू किया था। उसके बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में भी आरक्षण के नियम लागू थे। सरकार को 68500 पदों पर ही आरक्षण लागू करना था।
लेकिन जिला आवंटन में आरक्षण लगाने के कारण तीन चरणों में आरक्षण का बैरियर पार करने वाले अधिकतर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी बाहर हो गये। यदि सरकार जल्द इस समस्या का समाधान नहीं करती तो कोर्ट जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।
पीयूष शुक्ला, संदीप त्रिपाठी, शालिनी, अम्बरीष, संजीव, क्षमा पांडेय, मोनी मिश्रा व अंजना आदि का कहना है कि 68500 लिखित परीक्षा में सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाएं।
इनका कहना है
सरकार ने 68500 पदों पर भर्ती शुरू की थी तो आरक्षण भी उतने पदों पर ही लगाना था। जिला आवंटन में आरक्षण अनुचित है।- संदीप त्रिपाठी
हर कदम पर आरक्षण लागू करने के कारण सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का सबसे अधिक नुकसान हुआ। हमें इंसाफ चाहिए।- पीयूष शुक्ला
लिखित परीक्षा में 96 अंक और कुल 65.9 गुणांक पाने के बावजूद चयन सूची में मेरा नाम नहीं है। ये सरासर नाइंसाफी है।-आकांक्षा सिंह
बीटीसी, टीईटी, 68500 लिखित परीक्षा में आरक्षण लगाने के बाद जिला आवंटन में भी क्यों इसे लागू किया गया। हमें जवाब चाहिए। -शालिनी त्रिपाठी
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि भर्ती के बीच में नियम नहीं बदल सकते। तो फिर जिला आवंटन में आरक्षण कहां से आ गया। -जितेन्द्र गोयल
सालों कठिन परिश्रम के बाद हम इस मुकाम तक पहुंचे हैं। जिला आवंटन में नाम नहीं होने से पूरा परिवार अवसाद में है। हमें न्याय चाहिए। -मोनी मिश्रा
बेसिक शिक्षा विभाग ने किस आधार पर अभ्यर्थियों को बाहर किया है इसकी जानकारी भी नहीं दी। गुणांक जारी करना चाहिए। -विभा पाठक

कम गुणांक वाले अभ्यर्थियों का चयन हो गया जबकि अधिक गुणांक वाले अभ्यर्थी बाहर हो गये। हमारे साथ धोखा हुआ है। -अंजना श्रीवास्तव