भर्ती स्थगित न होती तो पीएचडी एमटेक पास बनते संदेश वाहक

लखनऊ : पुलिस विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की सीधी भर्ती प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि पीएसी व पुलिस में फॉलोअर पद के लिए स्नातक-परास्नातक तथा रेडियो शाखा में संदेश वाहक के पदों पर पीएचडी, एमटेक, एमसीए सहित अन्य व्यवसायिक कोर्स कर चुके युवाओं ने आवेदन किए थे।
यदि यह भर्ती स्थगित न होती तो लिखित परीक्षा के आधार पर संदेश वाहक के पद पर पीएचडी-एमटेक भर्ती होते।
पीएसी व कई जिलों में फॉलोअर के 464 पदों व रेडियो शाखा में पत्र वाहक के 62 पदों पर सीधी भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित होनी थी। बताया गया कि प्रदेश में फॉलोअर के 1065 पद रिक्त हैं। अब सभी पदों पर एक साथ भर्ती होगी। बीते दिनों इन पदों पर भर्ती के लिए सवा लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें संदेश वाहक के 62 पदों के लिए करीब 93 हजार आवेदन आए थे। आवेदन करने वालों में पीएचडी, एमटेक, एमबीए, बीटेक पास युवा भी बड़ी संख्या में शामिल है। दोनों ही पदों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता कक्षा पांच पास है। ऐसे में माना जा रहा था कि परीक्षा होने पर उच्च शिक्षा ग्रहण कर चुके अभ्यर्थियों के बीच मेरिट को लेकर कांटे की टक्कर होती। बताया गया कि इन पदों पर पूर्व में साक्षात्कार के आधार पर भर्ती होती थी। पिछले वर्ष सरकार ने पादर्शिता के लिहाज से सभी भर्तियां लिखित परीक्षा के जरिये कराने का निर्णय लिया था। डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि नियमावली में बदलाव किए जाने हैं, इसलिए भर्ती स्थगित कर दी गई है। नियमावली को और पारदर्शी व सरल बनाया जाएगा। इसके लिए डीजीपी मुख्यालय स्तर पर प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है। नियमावली में संशोधन के बाद भर्ती परीक्षा की तिथि निर्धारित की जाएगी।