41556 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति के लिए खोला मोर्चा, रात तक डटे रहे: परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का फूटा गुस्सा, घेरा शिक्षा निदेशालय ‘क्योंकि हम सामान्य हैं, इसलिए अमान्य हैं’ के नारे लगाए

रात गुजार रहे इन अभ्यर्थियों ने शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली है, बावजूद इनकी यह कौन सी परीक्षा है जो इस तरह ली जा रही है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ : प्राथमिक विद्यालयों में 68500 पदों के सापेक्ष महज 34660 अभ्यर्थियों को जिला आवंटित किए जाने से नाराज सफल अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।1 बड़ी संख्या में अभ्यर्थी निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी तत्काल सभी सफल अभ्यर्थियों की सूची जारी करने की मांग कर रहे थे। इनमें अधिकांश सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी थे। मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात रही। दरअसल, प्राइमरी स्कूलों में 68,500 शिक्षकों की भर्ती निकाली गई थी। इसमें 41556 अभ्यर्थी ही सफल हुए थे, मगर अफसरों ने लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को चयनित करने का मानक एकाएक बदल दिया। निदेशालय का घेराव करते हुए अभ्यर्थी ‘क्योंकि हम सामान्य हैं, इसलिए अमान्य हैं’ नारे लगाने लगे।
अभ्यर्थियों ने इस दौरान कार्यालय में मौजूद अधिकारियों से बातचीत करने का प्रयास किया, मगर विभाग के किसी अधिकारी ने उनसे मिलने की जहमत नहीं उठाई। देर शाम तक सभी अभ्यर्थी निदेशालय पर धरने पर बैठे रहे। प्रदर्शन के दौरान कई बार टकराव की नौबत भी आई, लेकिन पुलिस बल के आगे अभ्यर्थी कुछ नहीं कर पाए। उधर बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेद्र विक्रम सिंह ने बताया कि अभ्यर्थियों से वार्ता हुई है। शासन स्तर पर उनकी समस्या का निदान करने का प्रयास किया जा रहा है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिंह ने एनआइसी से इस संबंध में बात की है। छूटे हुए अभ्यर्थियों की सूची जिलों को भेज दी जाएगी।बोनट पर बीती रात : अभ्यर्थियों ने रात में इस तरह जताया विरोध