भोगांव: तीन साल से आवेदकों के इंतजार का इम्तिहान ले रही प्रशिक्षु
शिक्षक चयन प्रक्रिया में जनपद के लिए आवंटित पदों का कोटा तीन चरण के
नियुक्ति पत्र वितरण की कवायद के बावजूद भी खाली रह गया है। तीसरे चरण में
नियुक्ति पत्र के लिए चयनित 26 आवेदकों में से कोई भी जनपद में शिक्षक बनने
के लिए नहीं पहुंचा। तीसरे चरण में नियुक्ति पत्र लेने
में आवेदकों द्वारा दिखाई गई उदासीनता से अगले चरण में नियुक्ति पत्र जारी
होने का रास्ता साफ हो गया है।
प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया 2011 में तीन साल के इंतजार के बाद इस वर्ष जनवरी में अदालत के आदेश पर शासन द्वारा नियुक्ति पत्र बांटना शुरू किया था। पहले और दूसरे चरण में क्रमश: 70 और 4 आवेदकों ने नियुक्ति पत्र हासिल किए थे। हालांकि जनपद के लिए इस प्रक्रिया में 100 पद सृजित किए गए थे। ऐसी स्थिति में खाली रह गए 26 पदों को भरने के लिए वरीयता क्रम में आवेदकों के नाम का चयन कर तीसरे चरण के नियुक्ति पत्र के लिए डीएम से सूची का अनुमोदन कराया गया था। तीसरे चरण के नियुक्ति पत्र के लिए चयनितों की सूची में अपेक्षाकृत कम मेरिट वालों को स्थान दिया गया था और आवेदकों को सोमवार तक हर हाल में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर नियुक्ति पत्र प्राप्त करने थे। 5 दिनों तक चली नियुक्ति पत्र वितरण की कार्रवाई के दौरान जनपद में शिक्षक बनने के लिए किसी आवेदक ने उत्साह नहीं दिखाया है। तीसरे चरण के नियुक्ति पत्र वितरण की अवधि सोमवार को समाप्त होने के बाद 26 पद फिर खाली रह गए हैं। खाली पदों के संबंध में अगले चरण के नियुक्ति पत्र वितरण को लेकर चयन समिति द्वारा निर्णय लिया जाएगा। चयन समिति के सचिव बीएसए प्रदीप कुमार वर्मा के मुताबिक खाली पदों को लेकर समिति के सदस्यों के द्वारा जल्द ही बैठक में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनपद में 74 प्रशिक्षु शिक्षकों को इस समय विभिन्न विकास खंडों के अलग-अलग विद्यालयों में क्रियात्मक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 9 मार्च से पांचवीं काउंसिलिंग प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया में 9 मार्च से पांचवीं काउंसिलिंग का कार्यक्रम शासन ने जारी किया है। पांचवें चरण में आवेदकों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर पहुंचकर चयन समिति के समक्ष अपने अभिलेखों की जांच करानी होगी। शासन द्वारा कार्यक्रम जारी किए जाने के बाद जनपद में काउंसिलिंग की तैयारियां पूर्ण की जा रही हैं।
प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया 2011 में तीन साल के इंतजार के बाद इस वर्ष जनवरी में अदालत के आदेश पर शासन द्वारा नियुक्ति पत्र बांटना शुरू किया था। पहले और दूसरे चरण में क्रमश: 70 और 4 आवेदकों ने नियुक्ति पत्र हासिल किए थे। हालांकि जनपद के लिए इस प्रक्रिया में 100 पद सृजित किए गए थे। ऐसी स्थिति में खाली रह गए 26 पदों को भरने के लिए वरीयता क्रम में आवेदकों के नाम का चयन कर तीसरे चरण के नियुक्ति पत्र के लिए डीएम से सूची का अनुमोदन कराया गया था। तीसरे चरण के नियुक्ति पत्र के लिए चयनितों की सूची में अपेक्षाकृत कम मेरिट वालों को स्थान दिया गया था और आवेदकों को सोमवार तक हर हाल में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर नियुक्ति पत्र प्राप्त करने थे। 5 दिनों तक चली नियुक्ति पत्र वितरण की कार्रवाई के दौरान जनपद में शिक्षक बनने के लिए किसी आवेदक ने उत्साह नहीं दिखाया है। तीसरे चरण के नियुक्ति पत्र वितरण की अवधि सोमवार को समाप्त होने के बाद 26 पद फिर खाली रह गए हैं। खाली पदों के संबंध में अगले चरण के नियुक्ति पत्र वितरण को लेकर चयन समिति द्वारा निर्णय लिया जाएगा। चयन समिति के सचिव बीएसए प्रदीप कुमार वर्मा के मुताबिक खाली पदों को लेकर समिति के सदस्यों के द्वारा जल्द ही बैठक में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनपद में 74 प्रशिक्षु शिक्षकों को इस समय विभिन्न विकास खंडों के अलग-अलग विद्यालयों में क्रियात्मक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 9 मार्च से पांचवीं काउंसिलिंग प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया में 9 मार्च से पांचवीं काउंसिलिंग का कार्यक्रम शासन ने जारी किया है। पांचवें चरण में आवेदकों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर पहुंचकर चयन समिति के समक्ष अपने अभिलेखों की जांच करानी होगी। शासन द्वारा कार्यक्रम जारी किए जाने के बाद जनपद में काउंसिलिंग की तैयारियां पूर्ण की जा रही हैं।