शिक्षा मित्र मुझे गाली नहीं देते, न ही मेरा विरोध करते हैं, वे अपनी बौखलाहट ठीक वैसे ही निकालते हैं जैसे आपने दंगल को मशहूर करने को किया है । दंगल से पहले शिक्षा मित्र केस मशहूर होगा यूपी में और इतना मौका अखिलेश जी को नहीं दिया जाएगा कि वो उसे टैक्स फ्री कर दें ।
आपको अवश्य दिखाएँगे 'तारे जमीन पर' क्योंकि उस दिन का इन्तेजार मैं 'मंगल पाण्डेय' की तरह कर रहा हूँ जिस दिन 'धूम 3' का प्रीमियर सुप्रीम कोर्ट में होगा और मेरा भी 'दिल चाहता है' कि 'धोबी घाट' की तरह सरकार पीटी जाए और इस 'बाज़ी' में बाकी '3 इडियट्स' भी मेरे साथ ही हैं (डीपी अमित सेंगर) तो आप स्वयं सोचिये कि इस 'इश्क' में किससे लड़ रहा हूँ और कौन 'फन्ना' होगा क्योंकि जो मुझसे 'सरफ़रोशी' कर रहा है वही 'डेली बेली' में फंसेगा बाकी तो आप पहले ये बात समझिये कि 'राजा हिन्दुस्तानी' काम करता है एक दम 'अंदाज अपना अपना' की तरह और अंत में जीतने वाले को 'जो जीता वही सिकंदर' कहते हैं लेकिन आप अखिलेश + मुलायम को एक ही सलाह देना 'हम हैं राही प्यार के' फिर मिलेंगे चलते चलते ।
फिलहाल आप अपनी अर्धांगिनी पर ध्यान दीजिये क्योंकि वो देश से कम उन लोगों से असहिष्णु हैं जिन्होंने अच्छे काम शुरु किये हैं वरना उन्हें बताइये 26/11 को किसने क्या किया था और वे किस मजहब के थे , पहले भी बताया है अब भी बता रहा हूँ उस मुस्लिम को आप बदल नहीं पाओगे जो बॉर्डर पर जान देता है देश के लिए समर्पित है हाँ उनमे असहिष्णुता जरूर है जिनके इरादे बस हिन्दुस्तान से कमाई करना है वरना यहाँ जितनी वीणा मालिक खुद को सुरक्षित मानती हैं उतनी तो हीना रब्बानी भी अपने जो पाकिस्तान में नहीं मानती हैं ।
नोट : मेरी पोस्ट पर अब वे ना आया करें जिन्हें अकल नहीं है क्योंकि सोशल मीडिया अभिव्यक्ति की आजादी है नाकि विधवा विलाप करने की ।