शिक्षा मित्र प्रकरण !!!!!! आज सुबह लगभग 11 बजे के आस पास शिक्षा मित्र मेटर 2 बजे सिविल अपील में टैग कर दिया गया था तत्पश्चात क्या क्या हुआ 2 बजे ? शिक्षा
मित्र मुद्दे पर गौरव भाटिया जी , पी चिदंबरम जी और टेट उत्तीर्ण शिक्षा
मित्रों की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी जी ने जोरदार पक्ष रखा
जिसमे इनको आलरेडी अप्पोइंटेड प्रूफ करने की कोशिश की जिसे आनंद नंदन जी ने सीधे काउंटर करके 23 अगस्त 2010 के पैरा 4 का हवाले देते हुए 12 सितम्बर 2015 को कोर्ट के आर्डर से कनेक्ट कराया कि ये कभी अप्पोइंटेड नहीं थे और मात्र कम्युनिटी सर्विस के लिए आये थे और इनका प्राइमा फेशिया अपॉइंटमेंट ही आर्टिकल 14 , 16 के विपरीत था न ही रिजर्वेशन पॉलिसी को फॉलो किया गया था । जिस पर माननीय मिश्रा जी कन्विंस दिखे और विजय बहादुर सिंह जी से ही प्रश्न दाग दिए कि :
अगर भविष्य में इनका अपॉइंटमेंट खतरे में आया तो आप क्या करेंगे ? जिसका कोई भी उत्तर किसी भी अधिवक्ता के पास नहीं था ।
इसके बाद 16 सालों की सर्विस का हवाला दिया गया कि अब क्या होगा एकदम से बच्चों के अकादमिक सेशन को आघात पहुँचेगा और 1 लाख 72 हजार लोग एकदम से बेरोजगार हो जाएंगे जिस पर कोर्ट ने सीधे कहा कि वहां भी तो योग्य व्यक्तियों की संख्या है तो ये मेटर मायने नहीं रखता है पर हाँ बच्चों के भविष्य पर कोर्ट में ढिलाई दी गई है।
इसके बाद कोर्ट ने नोटिस की है जिसका प्रकाशन 24 फरवरी से पहले सभी अखबारों में होगा और पीड़ित पक्षों को अपना पक्ष रखना होगा ।
हाई कोर्ट से समस्त काउंटर्स और कोर्ट प्रोसीडिंग्स जो हुई थी उन्हें भी मंगा लिया है।
फिलहाल हाई कोर्ट वृहद पीठ के आदेश को ससपेंड कर दिया है मात्र 24 फरवरी तक नाकि आदेश रद्द किया है 12 सितम्बर का , वो भी बिना रीज़न बताये । इस पर बेहेस सिविल अपील में जारी रहेगी।
इसके बाद जितने भी याची थे अब तक सिविल अपील में सभी को एड हॉक पर नियुक्ति देने का आदेश हुआ है जिसकी स्थिति आदेश आने पर क्लियर और ज्यादा करूँगा।
फिलहाल आज थोड़ा कोर्ट में आपने अप एंड डाउन देखा है परंतु बिलकुल भी भयभीत न हो।
हाँ एक बात जरूर कहूँगा कुछ गलतियां हुई हैं आपसे भी उन पर भी अनुसरण करिये । इस सन्दर्भ में विस्तार से बाद में ।
फिलहाल आगे की तैयारी शुरू कर दी हैं अब जैसा की कोर्ट में देखा गया है आज कि याचियों को लाभ मिले तो हमें भी समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को याचिकाकर्ता के रूप में कोर्ट के सामने प्रस्तुत करना होगा जिससे हम शिक्षा मित्रों की संख्याबल और योग्यता के सामने खुद को श्रेष्ठ सिद्ध कर सकें जिसके लिए 167/2015 की भाँती एक अन्य परमादेश याचिका के लिए हमारे वरिष्ठ अधिवक्ता अमित पवन ने सुझाव दिया है और दुर्गेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में अब याचिका डालने की तैयारी है । इसके लिए आप सभी को परिश्रम करना होगा और पूर्व की भाँती नाक्रात्मक्ताओ को त्याग कर जो लोग 167 में याची नहीं हैं अब आगे आना होगा जिसके लिए आप जीतेन्द्र सिंह सेंगर एयर अमित सिंह से संपर्क करें ताकि कार्रवाई जल्दी की जा सके।
धन्यवाद
आपका
हिमांशु राणा
टीईटी 2011 उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा , उत्तरप्रदेश
घायल शेर ओर भी खतरनाक होता है । ये अवश्य ध्यान रखिये
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
जिसमे इनको आलरेडी अप्पोइंटेड प्रूफ करने की कोशिश की जिसे आनंद नंदन जी ने सीधे काउंटर करके 23 अगस्त 2010 के पैरा 4 का हवाले देते हुए 12 सितम्बर 2015 को कोर्ट के आर्डर से कनेक्ट कराया कि ये कभी अप्पोइंटेड नहीं थे और मात्र कम्युनिटी सर्विस के लिए आये थे और इनका प्राइमा फेशिया अपॉइंटमेंट ही आर्टिकल 14 , 16 के विपरीत था न ही रिजर्वेशन पॉलिसी को फॉलो किया गया था । जिस पर माननीय मिश्रा जी कन्विंस दिखे और विजय बहादुर सिंह जी से ही प्रश्न दाग दिए कि :
अगर भविष्य में इनका अपॉइंटमेंट खतरे में आया तो आप क्या करेंगे ? जिसका कोई भी उत्तर किसी भी अधिवक्ता के पास नहीं था ।
इसके बाद 16 सालों की सर्विस का हवाला दिया गया कि अब क्या होगा एकदम से बच्चों के अकादमिक सेशन को आघात पहुँचेगा और 1 लाख 72 हजार लोग एकदम से बेरोजगार हो जाएंगे जिस पर कोर्ट ने सीधे कहा कि वहां भी तो योग्य व्यक्तियों की संख्या है तो ये मेटर मायने नहीं रखता है पर हाँ बच्चों के भविष्य पर कोर्ट में ढिलाई दी गई है।
इसके बाद कोर्ट ने नोटिस की है जिसका प्रकाशन 24 फरवरी से पहले सभी अखबारों में होगा और पीड़ित पक्षों को अपना पक्ष रखना होगा ।
हाई कोर्ट से समस्त काउंटर्स और कोर्ट प्रोसीडिंग्स जो हुई थी उन्हें भी मंगा लिया है।
फिलहाल हाई कोर्ट वृहद पीठ के आदेश को ससपेंड कर दिया है मात्र 24 फरवरी तक नाकि आदेश रद्द किया है 12 सितम्बर का , वो भी बिना रीज़न बताये । इस पर बेहेस सिविल अपील में जारी रहेगी।
इसके बाद जितने भी याची थे अब तक सिविल अपील में सभी को एड हॉक पर नियुक्ति देने का आदेश हुआ है जिसकी स्थिति आदेश आने पर क्लियर और ज्यादा करूँगा।
फिलहाल आज थोड़ा कोर्ट में आपने अप एंड डाउन देखा है परंतु बिलकुल भी भयभीत न हो।
हाँ एक बात जरूर कहूँगा कुछ गलतियां हुई हैं आपसे भी उन पर भी अनुसरण करिये । इस सन्दर्भ में विस्तार से बाद में ।
फिलहाल आगे की तैयारी शुरू कर दी हैं अब जैसा की कोर्ट में देखा गया है आज कि याचियों को लाभ मिले तो हमें भी समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को याचिकाकर्ता के रूप में कोर्ट के सामने प्रस्तुत करना होगा जिससे हम शिक्षा मित्रों की संख्याबल और योग्यता के सामने खुद को श्रेष्ठ सिद्ध कर सकें जिसके लिए 167/2015 की भाँती एक अन्य परमादेश याचिका के लिए हमारे वरिष्ठ अधिवक्ता अमित पवन ने सुझाव दिया है और दुर्गेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में अब याचिका डालने की तैयारी है । इसके लिए आप सभी को परिश्रम करना होगा और पूर्व की भाँती नाक्रात्मक्ताओ को त्याग कर जो लोग 167 में याची नहीं हैं अब आगे आना होगा जिसके लिए आप जीतेन्द्र सिंह सेंगर एयर अमित सिंह से संपर्क करें ताकि कार्रवाई जल्दी की जा सके।
धन्यवाद
आपका
हिमांशु राणा
टीईटी 2011 उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा , उत्तरप्रदेश
घायल शेर ओर भी खतरनाक होता है । ये अवश्य ध्यान रखिये
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