इलाहाबाद। सरकारी शिक्षक के लिए लगभग सभी भर्तियों में हो रही
कानूनी अड़चनों ने बेरोजगारों को इस कदर डरा दिया है कि फार्म भरने से पहले
वे वकीलों को इस बात के लिए पेशगी पहुंचा रहे हैं कि उनकी नौकरी में कोई
अड़ंगा न हो।
ताजा मामला गुरुवार से शुरू हो रही सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 16448 सहायक अध्यापकों की भर्ती से जुड़ा है।भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन गुरुवार से शुरू होने हैं लेकिन उससे पहले बीटीसी 2011 बैच के अभ्यर्थियों ने सर्विस मैटर के एक मशहूर वकील को पेशगी के तौर पर 70 हजार रुपए पहुंचा दिए। सात लाख रुपए में डील इस बात पर तय है कि वकील साहब इस भर्ती से कानूनी अड़चनों को दूर रखेंगे ताकि 2011 बैच के बेरोजगारों को समय से नियुक्ति पत्र मिल सके।दरअसल 16,448 शिक्षक भर्ती में बीटीसी 2013 बैच के अभ्यर्थी शामिल होना चाहते हैं। 2013 बैच के अभ्यर्थियों की एकेडमिक मेरिट 2011, 2012 या इससे पुराने बैच के बीटीसी-टीईटी पास बेरोजगारों से अधिक है। यदि 2013 बैच के अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल हो गए तो पुराने बैच के बेरोजगारों की सरकारी टीचरी का सपना टूट सकता है।ये बेरोजगार भी भलीभांति जानते हैं कि एक बार नौकरी की रेस में पिछड़े तो दोबारा मौका मिलना मुश्किल है, क्योंकि जितनी तेजी से बीटीसी कॉलेजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है वैसे ही बीटीसी प्रशिक्षुओं की लाइन बढ़ रही है। एक समय बीटीसी में दाखिला जहां सरकारी शिक्षक बनने की गारंटी मानी जाती थी, वहीं आने वाले समय में बीटीसी डिग्रीधारी भी बीएड वालों की तरह भटकते नजर आएंगे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
ताजा मामला गुरुवार से शुरू हो रही सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 16448 सहायक अध्यापकों की भर्ती से जुड़ा है।भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन गुरुवार से शुरू होने हैं लेकिन उससे पहले बीटीसी 2011 बैच के अभ्यर्थियों ने सर्विस मैटर के एक मशहूर वकील को पेशगी के तौर पर 70 हजार रुपए पहुंचा दिए। सात लाख रुपए में डील इस बात पर तय है कि वकील साहब इस भर्ती से कानूनी अड़चनों को दूर रखेंगे ताकि 2011 बैच के बेरोजगारों को समय से नियुक्ति पत्र मिल सके।दरअसल 16,448 शिक्षक भर्ती में बीटीसी 2013 बैच के अभ्यर्थी शामिल होना चाहते हैं। 2013 बैच के अभ्यर्थियों की एकेडमिक मेरिट 2011, 2012 या इससे पुराने बैच के बीटीसी-टीईटी पास बेरोजगारों से अधिक है। यदि 2013 बैच के अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल हो गए तो पुराने बैच के बेरोजगारों की सरकारी टीचरी का सपना टूट सकता है।ये बेरोजगार भी भलीभांति जानते हैं कि एक बार नौकरी की रेस में पिछड़े तो दोबारा मौका मिलना मुश्किल है, क्योंकि जितनी तेजी से बीटीसी कॉलेजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है वैसे ही बीटीसी प्रशिक्षुओं की लाइन बढ़ रही है। एक समय बीटीसी में दाखिला जहां सरकारी शिक्षक बनने की गारंटी मानी जाती थी, वहीं आने वाले समय में बीटीसी डिग्रीधारी भी बीएड वालों की तरह भटकते नजर आएंगे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines