बजट तय, फिर भी क्यों नहीं मिला मानदेय

रमुख संवाददाता, लखनऊ: कई महीने पहले बजट का प्रावधान होने के बावजूद मानदेय न दिए जाने से नाराज निजी स्कूलों के शिक्षकों ने सोमवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय का घेराव किया।
सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने इससे पहले रॉयल होटल चौराहे से मार्च निकाला और फिर विधान भवन पर नारेबाजी की। उसके बाद पार्क रोड स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पर धरना दिया। शिक्षकों ने ऐलान किया है कि जब तक मानदेय उनके खाते में नहीं पहुंच जाएगा, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने मंगलवार से अनशन का भी ऐलान किया है।

प्रदेश सरकार ने यूपी बोर्ड के निजी स्कूलों के शिक्षकों को मानदेय का ऐलान किया था। पिछले बजट में इनके लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान भी कर दिया गया है। इसके बावजूद अभी तक मानदेय देने की शुरुआत नहीं हो सकी है। यहां तक कि मानदेय पाने वाले शिक्षकों के नाम भी अभी तय नहीं हो सके हैं। इसी से नाराज शिक्षकों ने माध्यमिक शिक्षक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के बैनर तले सोमवार को प्रदर्शन किया। महासभा के महासचिव और एमएलसी उमेश द्विवेदी, अध्यक्ष राजवीर सिंह, विधायक संजय मिश्रा, अशोक राठौर और रेनू मिश्रा के नेतृत्व में शिक्षक सुबह रॉयल होटल चौराहे पर इकट्ठा हुए। उसके बाद यहां से मार्च करते हुए विधान भवन पहुंचे। यहां करीब आधा घंटे तक उन्होंने प्रदर्शन किया। उसके बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन किया। दिन भर शिक्षक निदेशालय पर बैठे रहे। उमेश द्विवेदी ने बताया कि जब तक मानदेय मिलना शुरू नहीं हो जाएगा, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। मंगलवार से अनशन शुरू किया जाएगा।
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