धोखाधड़ी कर हथियाई शिक्षक की नौकरी, नौकरी के लिए लगाए थे फर्जी दस्तावेज, सत्यापन के बाद खुली पोल, होगी एफआइआर दर्ज

बदायूं : फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी हथिया लेने वाले कासगंज निवासी उसावां विकास क्षेत्र के शिक्षक की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। बेसिक शिक्षा के लेखा विभाग को शिक्षक से वेतन की धनराशि वसूल करने का निर्देश दिया है।
विकास क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी को शिक्षक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने को कहा गया है।
कासगंज निवासी अतुल कुमार ने शिक्षक अवधेश शर्मा के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी प्राप्त करने की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की थी और फर्जी डिग्री बनवाकर दातागंज विकास क्षेत्र के कुंडरा पुख्ता में नियुक्ति लेने की बात कही गई थी। शिकायती पत्र में आगरा की डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से फर्जी तरीके से सत्यापन कराए जाने की बात भी बताई गई थी। बीएड की मार्कशीट भी फर्जी लगाए जाने की शिकायत पर विभाग की ओर से संबंधित टीचर ट्रेनिंग, अलीगढ़ से सत्यापन कराया गया। जहां के डायरेक्टर ने 7 सितंबर वर्ष 2015 को बताया कि संबंधित रोल नंबर पर इस नाम के किसी भी व्यक्ति ने परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की है और न ही संस्था का छात्र रहा है। मामला कोर्ट पहुंचा तो शिक्षक ने प्रमाण पत्र दिखाते हुए लिखित में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। शिक्षक ने धोखाधड़ी कर छह मई को उसावां विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खिरिया हिमांयु में पदोन्नति प्राप्त कर ली और प्रधानाध्यापक बन गया। प्रमाण पत्रों का निरीक्षण कर विभाग ने माना है कि नियुक्ति फर्जी तरीके से प्राप्त की गई है। जिसके चलते सेवा समाप्ति का आदेश दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी शिक्षक के अब तक के लिए गए वेतन का आंकलन कर लेखा विभाग को देंगे। जिसके बाद शिक्षक से पूरी रिकवरी होगी। साथ ही विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराएंगे। बीएसए प्रेमचंद यादव ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर जांच भी कराई गई थी। शिकायत सही पाई गई जिसके आधार पर कार्रवाई की गई है।

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