शिक्षिकाओं की मांगी रिपोर्ट, दिसंबर में प्रमोशन

राजकीय माध्यमिक कालेजों में तैनात शिक्षिकाओं के प्रमोशन का मुहूर्त तय हो गया है। रिक्त पद भरने के लिए दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में चयन समिति की बैठक बुलाई गई है। इसमें केवल महिलाओं को ही पदोन्नति का लाभ मिलेगा।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने प्रदेश के सभी मंडलों के संयुक्त शिक्षा निदेशकों (जेडी) से 30 नवंबर तक गोपनीय आख्या मांगी है, ताकि उसे समय पर शासन को भेजा जा सके।
प्रदेश के राजकीय (बालक/बालिका) कालेजों में लंबे समय से प्रधानाध्यापक, प्रवक्ता एवं प्रधानाचार्या के पद खाली चल रहे हैं। उन स्कूलों की कमान कार्यवाहक के हाथ है। इसकी वजह सूबे में शिक्षकों का समय से प्रमोशन न हो पाना रहा है। तीन वर्ष से रुकी प्रमोशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने बीते जून माह माह में ही प्रमोशन सूची जारी करने को कहा था, लेकिन सभी मंडलों से रिपोर्ट मंगाने एवं चयन समिति की कई बैठकों के बाद शिक्षा निदेशालय से प्रमोशन सूची बीते 12 सितंबर को जारी हो सकी। उस समय 249 शिक्षक-शिक्षिकाओं का प्रमोशन हुआ।

अब फिर केवल शिक्षिकाओं की अधीनस्थ राजपत्रित महिला शाखा के रिक्त पदों पर पदोन्नति होनी है। शासन ने इसके लिए आदेश जारी किया है।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक रमेश ने सभी जेडी को पत्र भेजकर शिक्षिकाओं एवं महिला प्रवक्ताओं की सूची मांगी है। इसमें मंडल भर में कार्यरत पात्रता परिधि में आ रही शिक्षिकाओं की विगत दस वर्षो की गोपनीय आख्या भेजनी है। निर्देश है कि हर हाल में 30 नवंबर तक शिक्षा निदेशालय पहुंचा दी जाए।
स्थानांतरित, नौकरी छोड़ने या मृत्यु होने का भी ब्योरा दें
अपर शिक्षा निदेशक ने जेडी को शिक्षिकाओं की संभावित सूची भी भेजी है साथ ही निर्देश दिया है कि यदि सूची में अंकित कोई शिक्षिका आपके मंडल से स्थानांतरित होकर दूसरे मंडल में चली गई, विभाग छोड़कर अन्यत्र चली गई, मृत्यु हो गई या फिर सेवानिवृत्त हो गई। उसकी भी सूचना उपलब्ध कराएं। सूची में जिन शिक्षिकाओं के नाम के आगे विद्यालय और मंडल का नाम दर्ज नहीं है वह जिसके मंडल में आती हो उसकी रिपोर्ट भेजे। यही नहीं गोपनीय आख्या के अभाव में पदोन्नति बाधित होती है या फिर किसी का गलत प्रमोशन होता है तो इसके लिए जेडी जिम्मेदार होंगे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines