शिक्षक बनने का एक और मौका, जल्द ही प्रस्ताव लाएगी सरकार ...पर पास करनी होगी टीईटी परीक्षा

ब्यूरो/अमर उजाला, लखनऊ चुनावी साल में अखिलेश यादव सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग में मृतक आश्रितों को शिक्षक बनाने का फैसला कर लिया है। इसके लिए तैयार प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट में रखा जाएगा। इस फैसले से काफी लोग लाभान्वित होंगे।

जिन शिक्षकों की नौकरी के दौरान मृत्यु हो जाती है, उनके आश्रितों को शिक्षक की ही नौकरी देने की लंबे समय से मांग की जा रही है।
इसके लिए उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ कई बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुका है। बता दें कि अभी किसी शिक्षक की मृत्यु होने पर उनके आश्रित को चतुर्थ श्रेणी की नौकरी दी जाती है।

बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन भी कह चुके हैं कि शिक्षक के आश्रित दफ्तरों में पानी पिलाएं, यह व्यवस्था उचित नहीं है।
...पर पास करनी होगी टीईटी परीक्षा


शासन के सूत्रों के मुताबिक, मृतक आश्रितों को शिक्षक बनाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसके अनुसार, आश्रितों को बीटीसी कराने की जिम्मेदारी सरकार की होगी, लेकिन वे शिक्षक तभी बन पाएंगे, जब शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास कर लेंगे।

समायोजित शिक्षामित्रों के मामले में कोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए सरकार टीईटी को लेकर किसी तरह की रियायत नहीं देगी।

शासन के एक अधिकारी ने नाम न छापने के आग्रह पर बताया कि चुनाव आचार संहिता लगने से पहले ही इस प्रस्ताव को कैबिनेट की हरी झंडी मिलने की पूरी उम्मीद है।
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