जब टॉपर ने सीएम योगी से कहा, 'सर वन सेल्फी प्लीज़'

सीएम से सम्मान पाते ही खिल उठे चेहरे, टॉपर्स को योगी ने बांटे एक लाख के चेक और टेबलेट
लखनऊ. प्रदेश सरकार की रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार योजना के तहत 10वीं और 12वीं क्लास के 147 मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (यूपी बोर्ड), सीबीएसई व आईसीएसई बोर्ड के प्रदेश के टॉप टेन (दस) विद्यार्थियों को 1 - 1 लाख रुपये की धनराशि, एक एक टैबलेट और सर्टिफिकेट ( श्रेष्ठता प्रमाण पत्र ) देकर सम्मानित किया। विद्यार्थियों के साथ उनके माता पिता व सम्बंधित स्कूलों के प्रधानाचार्यो को भी सम्मानित किया गया। कई टॉपर्स ने सीएम संग सेल्फी भी क्लिक की।

बिहार की तरह नहीं होने देंगे नक़ल

इस सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा की यूपी में मेधावियों के सम्मान से गर्व महसूस हो रहा हैं।एक दिन पहले बिहार बोर्ड का रिजल्ट आया। रिजल्ट देखकर भयभीत था। मुझे भय था बिहार की पुनरावृत्ति यहां न हो। यूपी के बच्चे पढाई करते हैं, वे प्रतिभावान है। मेहनत का फल भविष्य में जरूर मिलता है इसलिए खूब पढ़ो और आगे बढ़ो।

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बेसिक शिक्षा विभाग में बच्चों को मिलेगा यूनिफार्म

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में बच्चों को यूनिफार्म, बैग, जूता दिया जाएगा। देश के आने वाले राष्ट्रपति भी यूपी के हो सकते हैं। देश के विकास का रास्ता यूपी से होकर जाता है। शिक्षा संस्कारों से जुड़ी होनी चाहिए। यूपी में जब जब नौजवानो को मौका मिला तब तब उन्होंने झंडा गाड़ा है। योजक के रूप में शिक्षक, अभिभावक हैं, जहाँ अयोग्यता वहां योजक नहीं। गलती के लिए जो मना नहीं करते वो जिम्मेदार हैं। विद्यार्थी अपनी मेहनत से अपनी तकदीर बदल सकते हैं। अपने अंदर दुर्भावना को दूर करें। जीवन संघर्ष और मेहनत का नाम हैं। 147 मेधावियों में 99 बालिकाएं शामिल हैं। बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। बालिकाओं को आगे बढ़ने से रोकना नहीं चाहिए।

कभी शॉर्टकट न अपनाएं

कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी बोले, 'कल मैं एक पुस्तक देख रहा था। उसमें रोचक प्रसंग था। एक युवक को गिरफ्तार किया गया। न्यायाधीश ने कहा, क्या तुम्हारी कोई इच्छा है? तो वो बोला क‌ि मेरे मां-बाप को भी जेल में डाला जाए। क्योंक‌ि जब मैंने पहली बार घर पर चोरी की तो मां ने नहीं डांटा। पड़ोस में चोरी की तो भी घरवालों ने नहीं रोका। धीरे-धीरे ये मेरे जीवन का हिस्सा बन गया। इसल‌िए मेरे साथ ये लोग भी दोषी हैं।'

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सीएम ने कहा क‌ि जीवन में कभी शॉर्टकट का रास्ता न अपनाएं। हमें मेहनत करके दिखाना है। निराशा करने की भावनाओं को दूर करना है। जीवन में पलायन के रास्ते को कभी न अपनाएं। जीवन पुरुषार्थ का नाम है। किसी कार्य को लेकर आप आगे बढ़ेंगे तो कल आपका होगा।

मुझे बहुत खुशी हुई जब मैंने देखा क‌ि 147 मेधावियों में 99 बालिकाएं हैं। ये बहुत अच्छी बात है क्योंक‌ि देश के कुछ हिस्सों में बालिकाओं की संख्या कम है। प्रधानमंत्री को बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का नारा देना पड़ा। जो लोग भ्रूण हत्या करते हैं उन्हें देखना चाह‌िए क‌ि मेर‌िट लिस्ट में 99 बालिकाएं हैं। सीबीएसई बोर्ड में भी यूपी की बालिकाएं आगे रहीं। बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। इसके बाद भी उन्हें स्कूल नहीं जाने दिया जाता। इसके बाद भी भ्रूण हत्याएं हो रही हैं।लोग सोचते हैं क‌ि बालिकाएं हैं पढ़ाकर क्या करेंगे। ये खुशी की बात है क‌ि बालिकाएं देश में अपने झंडे गाड़ रही हैं।

गत 9 जून को योगी ने मेधावियों को सम्मानित करने की घोषणा की थी। 10वीं में इस वर्ष प्रथम दस स्थान पर 30 विद्यार्थी हैं। इनमें प्रथम स्थान पर तेजस्वी देवी हैं। 12वीं में टॉप टेन में 87 छात्र-छात्राएं हैं। प्रथम स्थान पर प्रियांशी तिवारी हैं। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बताया कि मेधावियों को नकद राशि और पुरस्कार दिया जाएगा।

सीएम के हाथों सम्मान पाना बेहद गर्व की बात है। मेरे माता-पिता उनसे काफी समय से मिलना चाहते थे, आज उनकी तमन्ना पूरी हुई। मैं रोजाना छह से सात घंटे पढ़ती थी। मेरी कामयाबी में मेरे पैरेंट्स का अहम रोल है।

प्रियांशी तिवारी, इंटरमीडिएट टॉपर (यूपी बोर्ड)

मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान मिलना बेहद गर्व की बात है। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मै टॉप करूंगी। मैं रोजाना केवल चार से पांच घंटे पढ़ती थी। मेरी कामयाबी में मेरे पैरेंट्स का अहम रोल है।

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