नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र जंतर-मंतर पर अपने हक के लिये पिछले 4 दिनों से आंदोलनरत थे। आज देर शाम शिक्षामित्रों का आंदोलन खत्म हो गया।
डाइनामाइट न्यूज़ पर शिक्षा मित्रों के आंदोलन की पल-पल की खबर दी जा रही है। इस समय की सबसे बड़ी खबर यह है कि पीएम नरेन्द्र मोदी 22 सितंबर को वाराणसी में होंगे और ये शिक्षा मित्र वहीं पर आंदोलन करेंगे।
यह पीएम और सूबे के सीएम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी कि वे किसी भी तरह शिक्षा मित्रों को बुलाकर बात करें और उनकी जायज मांगों पर उचित निर्णय लें।
समय रहते इसे ठीक तरह से संभाला नही गया तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन हिंसक रुप ले सकता है फिर कानून-व्यवस्था को संभालना यूपी के शासन-प्रशासन के लिए बड़ा सिर दर्द होगा।
गुरुवार के निर्णय के मुताबिक अब शिक्षामित्र 22 सितंबर से वाराणसी में नये सिरे से आंदोलन करेंगे।
जंतर मंतर पर शिक्षा मित्रों का जमावड़ा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर 22 और 23 सितंबर को वाराणसी में रहेंगे।
और ये शिक्षा मित्र वहीं आंदोलन करेंगे।
वापस लौटते शिक्षामित्र
शिक्षामित्रों का कहना है कि इनकी मांगें जायज हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी मांगों की नही मान रही है।
जो सरासर अन्याय है।
इन शिक्षा मित्रों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर नही झुकेंगे और अपना हक लेकर ही मानेंगे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
डाइनामाइट न्यूज़ पर शिक्षा मित्रों के आंदोलन की पल-पल की खबर दी जा रही है। इस समय की सबसे बड़ी खबर यह है कि पीएम नरेन्द्र मोदी 22 सितंबर को वाराणसी में होंगे और ये शिक्षा मित्र वहीं पर आंदोलन करेंगे।
यह पीएम और सूबे के सीएम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी कि वे किसी भी तरह शिक्षा मित्रों को बुलाकर बात करें और उनकी जायज मांगों पर उचित निर्णय लें।
समय रहते इसे ठीक तरह से संभाला नही गया तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन हिंसक रुप ले सकता है फिर कानून-व्यवस्था को संभालना यूपी के शासन-प्रशासन के लिए बड़ा सिर दर्द होगा।
गुरुवार के निर्णय के मुताबिक अब शिक्षामित्र 22 सितंबर से वाराणसी में नये सिरे से आंदोलन करेंगे।
जंतर मंतर पर शिक्षा मित्रों का जमावड़ा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर 22 और 23 सितंबर को वाराणसी में रहेंगे।
और ये शिक्षा मित्र वहीं आंदोलन करेंगे।
वापस लौटते शिक्षामित्र
शिक्षामित्रों का कहना है कि इनकी मांगें जायज हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी मांगों की नही मान रही है।
जो सरासर अन्याय है।
इन शिक्षा मित्रों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर नही झुकेंगे और अपना हक लेकर ही मानेंगे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines