कानपुर: आज राष्ट्रपति से मिलेंगे शिक्षामित्र, मांगेंगे इच्छामृत्यु
लाइव हिन्दुस्तान टीम, कानपुर दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन कर रहे शिक्षामित्र गुरुवार को गिरफ्तार कर लिए गए। इन्हें दो घंटे के बाद छोड़ दिया गया। शहर के शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधि मंडल अब शुक्रवार को राष्ट्रपति से भेंट करेगा। समाधान न निकलने पर इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।
दिल्ली में चल रहा शिक्षामित्रों का आंदोलन गुरुवार को खत्म हो गया। गुरुवार को भी यहां डटे रहने का निर्णय लिया गया था जिसे शाम को वापस ले लिया गया। मांगों को पूरा कराने के लिए जब शिक्षामित्र जंतर मंतर से निकलने लगे तो वहीं प्रमुख नेताओं समेत 250 को गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें नगर से गए शिक्षामित्र संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह भी शामिल थे।
त्रिभुवन ने बताया कि उन्होंने पहले ही डीएम को पत्र देकर राष्ट्रपति से भेंट करने का समय मांगा था। त्रिभुवन ने दावा किया कि गुरुवार को उन्हें फोन पर इस बात की जानकारी दी गई है कि वे भेंट कर सकते हैं। शुक्रवार को जहां भी पुलिस प्रशासन कहेगा वहां जाकर भेंट करेंगे। बताया कि प्रदेश उनकी मांग है कि शिक्षामित्रों को समान कार्य समान वेतन दिया जाए।
अन्य विकल्प तलाशे जाएं। 17 साल तक सेवा के बाद जिन स्थितियों में पहुंचे हैं उससे शिक्षामित्र आहत हैं। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति से इसका रास्ता निकलवाने का आग्रह करेंगे। यदि ऐसा नही हो पाता है तो उनसे इच्छा मृत्यु की भी मांग करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में विनीत दीक्षित, हरिओम भदौरिया, शशि बाला, अर्चना, जितेंद्र शाही आदि मौजूद थे।
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लाइव हिन्दुस्तान टीम, कानपुर दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन कर रहे शिक्षामित्र गुरुवार को गिरफ्तार कर लिए गए। इन्हें दो घंटे के बाद छोड़ दिया गया। शहर के शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधि मंडल अब शुक्रवार को राष्ट्रपति से भेंट करेगा। समाधान न निकलने पर इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।
दिल्ली में चल रहा शिक्षामित्रों का आंदोलन गुरुवार को खत्म हो गया। गुरुवार को भी यहां डटे रहने का निर्णय लिया गया था जिसे शाम को वापस ले लिया गया। मांगों को पूरा कराने के लिए जब शिक्षामित्र जंतर मंतर से निकलने लगे तो वहीं प्रमुख नेताओं समेत 250 को गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें नगर से गए शिक्षामित्र संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह भी शामिल थे।
त्रिभुवन ने बताया कि उन्होंने पहले ही डीएम को पत्र देकर राष्ट्रपति से भेंट करने का समय मांगा था। त्रिभुवन ने दावा किया कि गुरुवार को उन्हें फोन पर इस बात की जानकारी दी गई है कि वे भेंट कर सकते हैं। शुक्रवार को जहां भी पुलिस प्रशासन कहेगा वहां जाकर भेंट करेंगे। बताया कि प्रदेश उनकी मांग है कि शिक्षामित्रों को समान कार्य समान वेतन दिया जाए।
अन्य विकल्प तलाशे जाएं। 17 साल तक सेवा के बाद जिन स्थितियों में पहुंचे हैं उससे शिक्षामित्र आहत हैं। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति से इसका रास्ता निकलवाने का आग्रह करेंगे। यदि ऐसा नही हो पाता है तो उनसे इच्छा मृत्यु की भी मांग करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में विनीत दीक्षित, हरिओम भदौरिया, शशि बाला, अर्चना, जितेंद्र शाही आदि मौजूद थे।
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