68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा प्रारूप में करें बदलाव : बीटीसी संयुक्त मोर्चा संघ

जागरण संवाददाता, जौनपुर: बीटीसी संयुक्त मोर्चा संघ का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को जिलाधिकारी से मिला। मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए प्रस्तावित परीक्षा के प्रारूप में बदलाव की मांग किया।

संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि पूरे देश में जिस तरह भाजपा सरकार में डिजिटल इंडिया के नारे का नारा दिया जा रहा है। आन लाइन प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के साथ ही भ्रष्टाचार को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। पिछले नौ माह से सूबे की सरकार भी भ्रष्टाचार का विरोध और डिजिटल इंडिया के नारे तथा रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में कदम बढ़ रही है। इसी क्रम में 68500 परिषदीय प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में शुचिता और मोदी के डिजिटल इंडिया के नारे को बेसिक शिक्षा के कुछ अधिकारी विफल करने का प्रयास कर रहे हैं।

ज्ञापन में संघ के सुझाव दिया कि भर्ती परीक्षा लिखित की बजाय ओएमआर बेस्ड बहुविकल्पीय हो। लिखित परीक्षा में 35 प्रतिशत न्यूनतम अर्हक अंक आवश्यक हो। शिक्षामित्रों को दिया जाने वाला 25 अंक भारांक लिखित परीक्षा के प्राप्तांक को जोड़कर फाइनल मेरिट बनाई जाए। इसके अलावा पदों की संख्या बढ़ाकर एक लाख की जाए। ज्ञापन देने वालों में अमिता कुमारी, नम्रता कुमारी, आदित्य, अर¨वद, पवन यादव, प्रदीप कुमार, मनीष, शिव बहादुर यादव, प्रकाश यादव, विवेकानंद चतुर्वेदी आदि रहे।

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