जागरण संवाददाता, हमीरपुर : गांव के प्राथमिक स्कूल में तैनात
शिक्षामित्र अपनी हेडमास्टर के साथ स्कूल में अभद्रता करता है। उसकी ओर से
धमकी दी जाती है कि वह स्कूल महीने में एक ही दिन आएगा। अगर इसकी शिकायत की
तो वह उसे नौकरी नहीं करने देगा।
जब इसकी जानकारी हेडमास्टर ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी तो उनकी ओर से भी संतोषजनक उत्तर न देकर यह कह दिया गया कि दबंग शिक्षामित्र से डर है तो नौकरी मत करो। विभाग के अधिकारियों का सहयोग न मिलने पर महिला हेडमास्टर ने डीएम से न्याय की फरियाद की है।
सुमेरपुर ब्लाक के सिडरा प्राथमिक स्कूल की हेडमास्टर संध्या त्रिपाठी ने जिलाधिकारी राजेंद्र प्रताप पांडेय को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसके स्कूल में गांव का ही शिक्षामित्र सुरेंद्र यादव तैनात है। वह महीने में एक दिन स्कूल पहुंचकर उपस्थित रजिस्टर में उपस्थित दर्ज कर देता है। जब इसका विरोध किया जाता है तो वह अभद्रता कर जान से मारने की धमकी देते हुए नौकरी न करने देने की बात कहता है। 15 दिसंबर को उसने अपने साथियों के साथ स्कूल पहुंच कर उसको बच्चों के सामने गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। मौके पर पहुंचे बीआरसी विमल सचान व अरुण ने उसको स्कूल से बाहर कर दिया। उनके जाने के बाद वह दोबारा स्कूल पहुंच कर धमकी देता रहा। उससे भयभीत होकर उसने बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश श्रीवास से अपना स्थानांतरण करने को कहा तो उन्होंने यह कह कर वापस कर दिया कि शिक्षामित्र से डर लगता है तो नौकरी मत करो। विभाग के अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई न होने पर हेडमास्टर ने डीएम से स्थानांतरण की मांग का ज्ञापन दिया। डीएम ने मामले की जांच करा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि हेडमास्टर से शिक्षामित्र पर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही गई थी। अगर शिक्षामित्र की ओर से गाली गलौज की गई है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
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जब इसकी जानकारी हेडमास्टर ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी तो उनकी ओर से भी संतोषजनक उत्तर न देकर यह कह दिया गया कि दबंग शिक्षामित्र से डर है तो नौकरी मत करो। विभाग के अधिकारियों का सहयोग न मिलने पर महिला हेडमास्टर ने डीएम से न्याय की फरियाद की है।
सुमेरपुर ब्लाक के सिडरा प्राथमिक स्कूल की हेडमास्टर संध्या त्रिपाठी ने जिलाधिकारी राजेंद्र प्रताप पांडेय को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसके स्कूल में गांव का ही शिक्षामित्र सुरेंद्र यादव तैनात है। वह महीने में एक दिन स्कूल पहुंचकर उपस्थित रजिस्टर में उपस्थित दर्ज कर देता है। जब इसका विरोध किया जाता है तो वह अभद्रता कर जान से मारने की धमकी देते हुए नौकरी न करने देने की बात कहता है। 15 दिसंबर को उसने अपने साथियों के साथ स्कूल पहुंच कर उसको बच्चों के सामने गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। मौके पर पहुंचे बीआरसी विमल सचान व अरुण ने उसको स्कूल से बाहर कर दिया। उनके जाने के बाद वह दोबारा स्कूल पहुंच कर धमकी देता रहा। उससे भयभीत होकर उसने बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश श्रीवास से अपना स्थानांतरण करने को कहा तो उन्होंने यह कह कर वापस कर दिया कि शिक्षामित्र से डर लगता है तो नौकरी मत करो। विभाग के अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई न होने पर हेडमास्टर ने डीएम से स्थानांतरण की मांग का ज्ञापन दिया। डीएम ने मामले की जांच करा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि हेडमास्टर से शिक्षामित्र पर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही गई थी। अगर शिक्षामित्र की ओर से गाली गलौज की गई है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
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